बड़े पदवाले छोटे और छोटे पदवाले हैं बड़े पदों पर कार्यरत

रांची: राज्य की विडंबना है कि यहां बड़े पदवाले इंजीनियरों को छोटे पदों पर काम करना पड़ रहा है. यानी यहां अधीक्षण अभियंता कार्यपालक अभियंता बन कर काम कर रहे हैं, जबकि कार्यपालक अभियंता को ऊंचा पद यानी अधीक्षण अभियंता का पद देकर काम कराया जा रहा है. यह स्थिति पथ निर्माण विभाग संवर्ग के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2014 12:40 AM

रांची: राज्य की विडंबना है कि यहां बड़े पदवाले इंजीनियरों को छोटे पदों पर काम करना पड़ रहा है. यानी यहां अधीक्षण अभियंता कार्यपालक अभियंता बन कर काम कर रहे हैं, जबकि कार्यपालक अभियंता को ऊंचा पद यानी अधीक्षण अभियंता का पद देकर काम कराया जा रहा है. यह स्थिति पथ निर्माण विभाग संवर्ग के इंजीनियरों के साथ है.

पथ निर्माण, भवन निर्माण व ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियरों की यह स्थिति है. इन विभागों में हाल ही में 39 कार्यपालक अभियंताओं को प्रोन्नति देकर अधीक्षण अभियंता तो बनाया गया, लेकिन उन्हें कार्यपालक अभियंता के पद पर ही काम करने के लिए छोड़ दिया गया.

अधीक्षण अभियंता पद पर उनकी पोस्टिंग नहीं की गयी. अब भी वे कार्यपालक अभियंता का काम संभाल रहे हैं, जबकि कुछ ऐसे कार्यपालक अभियंता हैं, जिन्हें अधीक्षण अभियंता पद पर प्रोन्नति नहीं मिली है, फिर भी वे अधीक्षण अभियंता का कार्यभार संभाल रहे हैं. कुछ कर्मचारियों के लिए तो यह स्थिति स्थायी बन गयी है.

एसइ के पद पर रहे बिना हो गये रिटायर : सुरेंद्र प्रसाद को अधीक्षण अभियंता पद पर प्रोन्नति मिली, पर उनकी इस पद पर पोस्टिंग नहीं हो सकी और वे रिटायर हो गये.

सपना रह गया एसइ पद पर काम करना, अब नहीं रहे : कमलेश्वर प्रसाद को भी एसइ के पद पर प्रोन्नति मिली थी. उनकी पोस्टिंग इस पद पर नहीं हो सकी. इस बीच उनकी मृत्यु हो गयी. यानी वे अधीक्षण अभियंता के पद पर नहीं रह सके. विभाग के बीच यह काफी दिनों तक चर्चा का विषय बना रहा.

जो एसइ बनने के बाद भी हैं इइ के पद पर रतन कुमार सिन्हा, राजेंद्र प्रसाद रुंगटा, ज्योतिंद्रनाथ दास, अखौरी उदय प्र सिन्हा, राजकुमार दास. जो इइ हैं, पर एसइ के पद पर काम कर रहे हैं

बसंत कुमार (भवन निर्माण विभाग), अनुग्रह प्रकाश ( ग्राकावि), उपेंद्र कुमार (भवन निर्माण), राजाराम प्रसाद (भवन निर्माण).

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