राजधानी सहित राज्य के कई जिलों में पश्चिमी विक्षोभ का असर पड़ा है. मध्य प्रदेश और राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सरकुलेशन बना हुआ है. इससे जम्मू-कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश तक प्रभावित है. झारखंड में पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजधानी के अधिकतम तापमान में करीब तीन डिग्री सेसि की गिरावट आयी है.
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राजधानी में कनकनी बढ़ी
राजधानी सहित राज्य के कई जिलों में पश्चिमी विक्षोभ का असर पड़ा है. मध्य प्रदेश और राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सरकुलेशन बना हुआ है. इससे जम्मू-कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश तक प्रभावित है. झारखंड में पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजधानी के अधिकतम तापमान में करीब तीन डिग्री सेसि की गिरावट आयी है. 16 के बाद […]
16 के बाद आठ डिग्री संभव
मौसम विभाग ने कहा है कि 16 दिसंबर के बाद आकाश साफ होने की उम्मीद है. इसके बाद न्यूनतम तापमान गिरने की उम्मीद है. विभाग का पूर्वानुमान है कि 19 दिसंबर के आसपास न्यूनतम तामपान आठ डिग्री के आसपास हो सकता है. आकाश साफ रहने के कारण अधिकतम तापमान चढ़ सकता है. हिमाचल में भी एक-दो दिनों से जबरदस्त बर्फबारी हो रही है. इसका असर भी झारखंड के मौसम पर दिख सकता है.शनिवार को दिन भर रांची स्टेशन पर कुहरा छाया रहा.
राजधानी की सड़कों पर जैकेट, टोपी व मफलर से लैस होकर लोग निकले.
पश्चिमी विक्षोभ का असर झारखंड पर है. इससे झारखंड सहित छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार भी प्रभावित है. अगले तीन दिनों तक इसी तरह की स्थिति रह सकती है. कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है.
आरके महतो वरीय मौसम वैज्ञानिक, मौसम केंद्र, एयरपोर्ट
अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री सेसि
शनिवार को अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री सेसि रिकार्ड किया गया. यह सामान्य से करीब एक डिग्री सेसि नीचे है. आकाश में बादल रहने के कारण न्यूनतम तापमान चढ़ा हुआ है. शनिवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेसि रिकार्ड किया गया. यह सामान्य से तीन डिग्री सेसि ज्यादा है. मौसम विभाग के अनुसार दो-तीन दिनों तक ऐसा ही रहने की उम्मीद है. पूर्वानुमान है कि राज्य के कई इलाकों में अगले दो-तीन दिनों में छिटपुट बारिश भी हो सकती है. शनिवार को भी कही-कही हल्की बारिश हुई.
प्रशासनिक व्यवस्था नदारद
ठंड अमीर व गरीब नहीं देखता. राजधानी में ठंड बढ़ गयी है. गत दो दिनों से रात में कनकनी बढ़ गयी है. ऐसे में सड़कों के किनारे गुजर-बसर करनेवाले गरीबों का जीवन दूभर हो चला है. कई के पास ओढ़ने के लिए वस्त्र नहीं है. इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी व जन प्रतिनिधि गरीबों को ठंड से बचाने के लिए प्रयास नहीं कर रहे. सभी चुनाव कार्य में व्यस्त हैं. सरकार की ओर से न अलाव की व्यवस्था की गयी है न कोई राहत कार्य (कंबल वितरण, अलाव की व्यवस्था) शुरू किया गया है. शनिवार को दिन भर धूप का दर्शन नहीं हुआ. एक-दो दिनों के बाद तापमान में और गिरावट की संभावना है.
इन स्थलों पर होती है अलाव की व्यवस्था
पिस्का मोड़, दुर्गा मंदिर, न्यू मार्केट रातू रोड, किशोरी यादव चौक, कचहरी चौक, मेडिकल चौक (रिम्स), बूटी चौक, कोकर चौक, लालपुर चौक, डंगराटोली, कांटा टोली, रांची व हटिया रेलवे स्टेशन , सरकारी बस डिपो, सुजाता चौक (लाला लाजपत राय), डोरंडा, हिनू चौक, बिरसा चौक, कडरू, अरगोड़ा चौक आदि.
विनय कुमार चौबे, उपायुक्त रांची
तापमान गिरने से ठंड बढ़ रही है. चौक-चौराहों पर अलाव जलाया जायेगा. सभी अंचलाधिकारियों को अलावा की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया हूं. अलाव के लिए जरूरी लकड़ी उपलब्ध कराने को भी कहा है. लोगों को ठंड से बचाने का प्रयास किया जायेगा.
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