मौसम दे गया दगा, शपथ समारोह में नहीं आ पाए मोदी, शाह समेत कई मेहमान
रांची: झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके चार मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आज यहां बिरसा मुंडा स्टेडियम में भव्य कार्यक्रम में हुआ लेकिन दिल्ली में खराब मौसम के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली से आने वाले अनेक शीर्ष नेता इसमें शिरकत नहीं कर सके. दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री […]
रांची: झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके चार मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आज यहां बिरसा मुंडा स्टेडियम में भव्य कार्यक्रम में हुआ लेकिन दिल्ली में खराब मौसम के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली से आने वाले अनेक शीर्ष नेता इसमें शिरकत नहीं कर सके. दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और नितिन गडकरी इस समारोह में शामिल हुए.
इसके अलावा छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह भी समारोह में शामिल हुए. झारखंड के कैबिनेट एवं गृह सचिव एन एन पांडेय के हवाले से मिली खबर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को स्वयं राज्य के नव मनोनीत मुख्यमंत्री रघुवर दास के आज यहां मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबाल स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सम्मिलित होना था लेकिन खराब मौसम के चलते उनका विमान दिल्ली से उडान नहीं भर सका.
उन्होंने बताया कि उनके अलावा भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी भी इस समारोह में शिरकत करने वाले थे.
उन्होंने बताया कि तय कार्यक्रम के बावजूद प्रधानमंत्री और दिल्ली से आने वाले मेहमानों के यहां आने में मौसम खलल डाल दिया क्योंकि दिल्ली में घने कोहरे के चलते दृश्यता बहुत कम थी जिससे वहां से उडान संभव नहीं हो पाया और अंतिम क्षणों में प्रधानमंत्री के अलावा अनेक लोगों का यहां आने का कार्यक्रम रद्द हो गया.
पांडेय ने बताया कि आज यहां आयोजित इस सार्वजनिक शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, वरिष्ठ भाजपा नेता नन्द किशोर यादव भी सम्मिलित हुए. राज्य निर्माण के चौदह वर्षों बाद भाजपा-आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के चुनाव पूर्व गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 42 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया है और रघुवर दास राज्य के दसवें मुख्यमंत्री बने.
दास झारखंड के 10वें मुख्यमंत्री हैं किन्तु व्यक्ति के आधार पर वे छठे व्यक्ति हैं. इससे पहले बाबूलाल मरांडी (एक बार), अर्जुन मुंडा (तीन बार), शिबू सोरेन (तीन बार), मधु कोडा (एक बार) और हेमंत सोरेन (एक बार) मुख्यमंत्री बने.