हरि बने समन्वय समिति के अध्यक्ष

नयी दिल्ली/रांची: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को झारखंड प्रदेश को-ऑर्डिनेशन कमेटी (समन्वय समिति) का गठन कर दिया. पार्टी के प्रदेश प्रभारी व महासचिव बीके हरि प्रसाद को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह, सांसद सुबोधकांत सहाय, एआइसीसी सचिव ताराचंद भगोड़ा और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष आलमगीर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2013 6:47 AM

नयी दिल्ली/रांची: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को झारखंड प्रदेश को-ऑर्डिनेशन कमेटी (समन्वय समिति) का गठन कर दिया. पार्टी के प्रदेश प्रभारी व महासचिव बीके हरि प्रसाद को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह, सांसद सुबोधकांत सहाय, एआइसीसी सचिव ताराचंद भगोड़ा और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष आलमगीर आलम को कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसकी सूची भेज दी है. अब झामुमो और राजद सहित छोटे दलों को को-ऑर्डिनेशन कमेटी के लिए नाम तय करना है. कमेटी में झामुमो के दो और राजद के एक सदस्य शामिल होंगे. बताया जाता है कि राजद की ओर से प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह का नाम लगभग तय है.

कांग्रेस के समक्ष रखा एजेंडा
इधर, शुक्रवार को निर्दलीय विधायक बंधु तिर्की और चमरा लिंडा ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद के साथ मुलाकात की. दोनों के साथ कांग्रेस महासचिव दग्विजय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत भी थे. दोनों निर्दलीयों ने कांग्रेस में शामिल होने के लिए पार्टी के आला नेताओं के सामने कुछ शर्ते रखी. हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री पद की दावेदारी की है. इसके साथ ही लोहरदगा संसदीय सीट पर भी दावा किया है. पूछे जाने पर बंधु तिर्की और चमरा लिंडा ने बताया : कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं के साथ सकारात्मक बातचीत हुई. हमने कांग्रेस के समक्ष कुछ एजेंडा रखा है.

राज्य की परिस्थितियों से अवगत कराया है. हमारी पहली प्राथमिकता एजेंडे को पूरा करना है. हमारे एजेंडे को पूरा किया जाता है, तो कांग्रेस में शामिल होने में कोई अड़चन नहीं है. उन्होंने कहा : राजनीति में व्यक्ति सिर्फ सांसद और विधायक बनने के लिए नहीं आता, बल्कि जनता की सेवा करने के लिए आता है. इसी कारण से हम सरकार में प्रतिनिधित्व की मांग कर रहे हैं. अगर ऐसा होता है तो उनका कांग्रेस में जाने का रास्ता आसान हो जायेगा.

सरना धर्म कोड पर पहल करे सरकार

जानकारी के अनुसार, कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक में बंधु तिर्की और चमरा लिंडा ने सरना धर्म कोड साझा कार्यक्रम में है. केंद्र सरकार अब इस पर पहल करे. इसके साथ ही दोनों ने स्थानीयता, आदिवासी जमीन की वापसी, सीएनटी एक्ट को कड़ाई से लागू करने जैसे मुद्दे भी हरि प्रसाद के सामने रखे. बीके हरि प्रसाद ने दोनों विधायकों से कहा कि उनकी भावनाओं से पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अवगत करा दिया जायेगा. सोनिया गांधी के निर्देश पर ही आगे की रणनीति तय होगी. बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत भी थे. पार्टी प्रभारी ने बताया कि वह फिलहाल दिल्ली से बाहर जा रहे हैं. लौटने के बाद सोनिया गांधी को रिपोर्ट देंगे. वह सोमवार को सोनिया से मिल सकते हैं.

मोरहाबादी में रैली कर होंगे शामिल
कांग्रेस नेताओं को विधायकों ने कहा कि अगर पार्टी में शामिल होने की सकारात्मक पहल हुई. बातचीत से रास्ता साफ हुआ, तो मोरहाबादी में रैली कर पार्टी में शामिल होंगे. दोनों नेताओं ने कहा कि बड़ी रैली के लिए महीने भर का समय लगेगा. अपने समर्थकों को राजधानी में बुलायेंगे.

सकारात्मक बातचीत हुई है. प्रभारी को दोनों नेताओं ने अपनी भावनाएं बतायी हैं. कई मुद्दों पर बातचीत हुई है. प्रभारी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलेंगे. इसके बाद सब कुछ तय किया जायेगा.

सुखदेव भगत, प्रदेश अध्यक्ष

हमने अपनी भावना से कांग्रेस प्रदेश प्रभारी को अवगत करा दिया है. आदिवासी-मूलवासी के कई इश्यू पर चर्चा की है. कांग्रेस को उस दिशा में पहल करने की जरूरत है. सरकार में भी हमारी भूमिका तय होनी चाहिए. स्थानीयता से लेकर आदिवासियों के कई मामले पर पहल की जरूरत है. बातचीत अच्छे माहौल में हुई है.

बंधु तिर्की, विधायक

सरना धर्म कोड और आदिवासी इश्यू पर अपनी बातें रखी हैं. केंद्र को ही फैसला लेना है. अगर इस इश्यू को मान लिया गया, तो मेरे लिए कोई दिक्कत नहीं है. मैंने इसके लिए संघर्ष किया है. सरना धर्म कोड लागू हो गया, तो मेरा राजनीतिक उद्देश्य पूरा हो जायेगा. इसके बाद कोई राजनीति से भी संन्यास लेने कहे, तो ले सकता हूं.

चमरा लिंडा, विधायक

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