झाविमो के छह विधायकों ने भाजपा के साथ सीटें आवंटित करने का अनुरोध किया
रांची: झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के आठ में से छह विधायकों ने आज विधानसभाध्यक्ष को पत्र लिख कर विधानसभा में सत्तारुढ गठबंधन के विधायकों के साथ सीटें आवंटित किए जाने का अनुरोध किया. विधानसभाध्यक्ष दिनेश उरांव ने आज यहां इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वह नियमों के तहत उनके अनुरोध पर विचार करेंगे. विधायकों […]
रांची: झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के आठ में से छह विधायकों ने आज विधानसभाध्यक्ष को पत्र लिख कर विधानसभा में सत्तारुढ गठबंधन के विधायकों के साथ सीटें आवंटित किए जाने का अनुरोध किया. विधानसभाध्यक्ष दिनेश उरांव ने आज यहां इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वह नियमों के तहत उनके अनुरोध पर विचार करेंगे. विधायकों ने अलग गुट के रुप में मान्यता देने का भी अनुरोध किया है.
अनुरोध करने वाले विधायकों में हटिया से नवीन जयसवाल, चंदनक्यारी से अमर कुमार बाउरी, सिमरिया से गणोश गंजू, डाल्टनगंज से आलोक कुमार चौरसिया, सारठ से आर सिंह और बरकट्ठा से जानकी यादव शामिल हैं.इससे पहले झाविमो ने अपने चार विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया था. पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कल घोषणा की थी कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते चार विधायकों को पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. मरांडी ने आज आरोप लगाया कि सत्तारुढ भाजपा उनकी पार्टी झाविमो और कांग्रेस के विधायकों को तोडने का प्रयास कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है.
पार्टी ने इस संबंध में राज्यपाल सैयद अहमद को ज्ञापन सौंप कर न्यायिक जांच कराने की भी मांग की है. हालांकि पार्टी के प्रतिनिधिमंडल की राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो सकी क्योंकि वह राज्यपालों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली गए हैं. इस आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा, ‘‘ भाजपा कभी विधायकों की खरीद फरोख्त में शामिल नहीं रही है. बाबू लाल मरांडी को अपनी पार्टी का ख्याल रखना चाहिए जहां कई कार्यकर्ता और नेता उन्हें अपने नेता के रुप में नहीं स्वीकार करते.’’