एटूजेड को अंतिम मौका

रांची: शहर की साफ-सफाई करनेवाली कंपनी एटूजेड को नगर निगम ने एक सप्ताह में सफाई व्यवस्था ठीक करने का अल्टीमेटम दिया है. इस एक सप्ताह में कंपनी को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, खराब पड़े ठेलों की मरम्मत व यूजर चार्ज वसूली में बेहतर काम करने का निर्देश दिया गया है. इस संबंध में निगम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2013 6:20 AM

रांची: शहर की साफ-सफाई करनेवाली कंपनी एटूजेड को नगर निगम ने एक सप्ताह में सफाई व्यवस्था ठीक करने का अल्टीमेटम दिया है. इस एक सप्ताह में कंपनी को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, खराब पड़े ठेलों की मरम्मत व यूजर चार्ज वसूली में बेहतर काम करने का निर्देश दिया गया है. इस संबंध में निगम के पीआरओ नरेश सिन्हा ने कहा कि अगर इन निर्देशों पर अमल नहीं हुआ, तो कंपनी को टर्मिनेट कर सफाई की नयी व्यवस्था बहाल करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.

कोई बकाया नहीं एटूजेड का : एटूजेड का निगम पर करोड़ों रुपये बकाया होने के आरोप के संबंध में श्री सिन्हा ने कहा कि एटूजेड का एक पैसा निगम के पास बकाया नहीं है. कंपनी को हर माह नियत समय पर निगम भुगतान करते आया है. कंपनी हटने के डर से गलत आरोप लगा रही है.

प्रोसेसिंग प्लांट का काम पूरा करे कंपनी : निगम ने कंपनी को आदेश दिया है कि कंपनी रातू के झिरी में लगाये गये प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करे. प्लांट निर्माण का कार्य पहले से ही धीरे चल रहा है. ऐसे में और देरी करना सही नहीं है.

डंपिंग यार्ड की जरूरत नहीं थी कंपनी को
निगम ने कंपनी से कहा है कि कंपनी को 55 वार्डो में डंपिंग यार्ड दिया जाना था, परंतु कंपनी ने स्वेच्छा से हर वार्ड को ही डंपिंग यार्ड में तब्दील कर दिया था. ऐसे में उसे कचरा रखने की जगह की जरूरत ही कहां थी.

Next Article

Exit mobile version