रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता अर्जुन मुंडा ने आज एक बार फिर आरोप लगाया कि राज्य में कांग्रेस-झामुमो-राजद ने अपने चुनावी हितों को ध्यान में रखते हुए गठबंधन सरकार का गठन किया है न कि जनहित में यह सरकार गठित की गयी है.
अर्जुन मुंडा ने आज यहां एक अनौपचारिक मुलाकात में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वास्तव में 2014 के लोकसभा चुनावों में अपने हित साधने के लिए कांग्रेस ने यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद के साथ मिलकर नई सरकार का गठन किया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और झामुमो का बार बार का यह बयान बेमानी है कि राज्य में जनता के हित में नई सरकार का गठन किया गया है. ऐसा होता तो आखिर सरकार के गठन के बाद पचास दिनों में जनहित के कुछ बड़े फैसले लोगों को नजर आये होते लेकिन ऐसा नहीं हो सका. उल्टे राज्य सरकार का पूरा विस्तार होने में ही लगभग 45 दिन लग गये और अब विभागों को लेकर मंत्रियों के बीच तनातनी है.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस ने शतरंज के मोहरे की तरह झारखंड को सदा अपने हितों के लिए इस्तेमाल किया है और राज्य को अपनी गिरफ्त में येनकेन प्रकारेण रखा है.’’ इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने भाजपा के इन आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि राज्य में जनहित में ही सरकार का गठन किया गया है.