बेटिकट चले गये टिकटवाले रह गये
रांची: आर्मी बहाली की रैली में आये उम्मीदवारों का गुरुवार रांची से खुलनेवाली अधिकांश ट्रेनों पर कब्जा रहा. आम यात्री परेशान रहे. ट्रेनों में तिल रखने तक की जगह नहीं थी. दिन में एक बजे के बाद खुलनेवाली रांची-बैद्यनाथ धाम एक्सप्रेस, वनांचल एक्सप्रेस, रांची-पटना जन शताब्दी सहित अन्य ट्रेनों में इनका कब्जा रहा. स्टेशन के […]
रांची: आर्मी बहाली की रैली में आये उम्मीदवारों का गुरुवार रांची से खुलनेवाली अधिकांश ट्रेनों पर कब्जा रहा. आम यात्री परेशान रहे. ट्रेनों में तिल रखने तक की जगह नहीं थी. दिन में एक बजे के बाद खुलनेवाली रांची-बैद्यनाथ धाम एक्सप्रेस, वनांचल एक्सप्रेस, रांची-पटना जन शताब्दी सहित अन्य ट्रेनों में इनका कब्जा रहा. स्टेशन के अलावा प्लेटफॉर्म के नीचे पटरी किनारे तक अभ्यर्थियों की कतार लगी हुई थी. ट्रेन रुकते ही जिसे, जहां जगह मिली कब्जा जमा लिया. सबसे खराब स्थिति पटना-जन शताब्दी की रही. जैसे ही ट्रेन रांची स्टेशन पर रुकी, पैसेंजर ट्रेन से बाहर भी नहीं निकल पाये थे कि अभ्यर्थियों का घुसना शुरू हो गया. कुछ यात्री उतर भी नहीं पाये.
यात्रियों का रिजर्वेशन बेकार : पटना जा रहे जयप्रकाश सिंह कहते हैं : मैंने एक माह पहले टिकट बुक कराया था. भीड़ देख ट्रेन पर चढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा हूं. टिकट रद्द कराने काउंटर पर पहुंचा, वहां कहा गया कि आधा पैसा कट जायेगा. मजबूरी में किसी तरह चढ़ने जा रहा हूं. संजय कहते हैं, हमने टिकट लिया, पर जा नहीं पा रहा हूं. सरफुद्दीन ने भी रिजर्वेशन कराया था. पर वह जान नहीं सके.. यही स्थिति सैकड़ों यात्रियों की थी. शाम 5.15 बजे स्थिति और भी खराब हो गयी. ट्रेन को आते देख अभ्यर्थी प्लेटफॉर्म पर दौड़ लगाने लगे. कुछ लोग तो चलती ट्रेन में भी लटक गये. ऐसी स्थिति में आम यात्री प्लेटफॉर्म पर थे, जबकि उनकी सीट पर युवाओं का कब्जा था. सामान्य श्रेणी से लेकर लगैज वैन तक की एक जैसी स्थिति थी. आरपीएफ के जवान भी कोच को खाली नहीं करा पाये. सिर्फ एस थ्री कोच को ही खाली कराया जा सका, ट्रेन खुलने के बाद फिर वही स्थिति हो गयी.
टिकट काउंटर खाली, ट्रेनों में भीड़ : रेलवे स्टेशन के अनारक्षित टिकट काउंटर दोपहर से ही खाली था, जबकि प्लेटफार्म पर छात्रों की भीड़ थी. रैली में आये अधिकतर छात्र बिना टिकट ही ट्रेन पर सवार हो गये थे. बुकिंग क्लर्क के अनुसार सुबह में थोड़ी भीड़ थी, लेकिन बाद में काउंटर खाली हो गया.
क्या हो व्यवस्था
इस तरह की परीक्षा के लिए अतिरिक्त कोच की व्यवस्था की जानी चाहिए.
परीक्षा स्पेशल ट्रेन दी जानी चाहिए.
प्लेटफॉर्म पर प्रवेश पाने के पूर्व ही बिना टिकटवाले लोगों को रोकना चाहिए.
आरपीएफ व जिला पुलिस के जवानों को पहले से सतर्क कर देना चाहिए, ताकि आम लोगों को परेशानी न हो.
रेलवे के अधिकारियों को स्वयं निरीक्षण करना चाहिए.
जनता जागरूक हों : बीएन मंडल
रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी बीएन मंडल ने कहा कि जनता को स्वयं जागरूक होना होगा, तभी इस तरह के हालात से निबट सकते हैं. रेलवे के सुरक्षा अधिकारियों को भी इस दिशा में पहल करनी चाहिए.
जितना बन पड़ा, हमने किया : एके दास
मंडल सुरक्षा आयुक्त एके दास ने कहा कि हमसे जितना बन पड़ा, हमने किया. नियमित पुलिस फोर्स के अलावा आरपीएसएफ के जवानों को लगाया गया था. उन्होंने कहा कि दोपहर के वक्त अत्यधिक भीड़ हो गयी थी, जिसे संभाला गया.