रांची: पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा झारखंड को विशेष सहायता और दरजा की मांग को लेकर मुखर रहे. मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में श्री मुंडा ने हर फोरम पर झारखंड की बात रखी. झारखंड के साथ हो रहे भेदभाव को मुद्दा बनाया.
केंद्र सरकार पर विशेष सहायता के लिए दबाव बनाया. 19 नवंबर 2011 को श्री मुंडा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर राज्य की भावना बतायी. पत्र में मुंडा ने लिखा कि झारखंड गाडगिल फॉमरूले के तहत विशेष राज्य के लिए सभी पात्रता रखता है. राज्य में खनिज संपदा के दोहन का भी मामला श्री मुंडा ने केंद्र सरकार के सामने रखी.
झारखंड के लोगों के साथ हुई नाइंसाफी से केंद्र सरकार को अवगत कराया. श्री मुंडा प्रधानमंत्री से भी मिले और झारखंड को तत्काल विशेष पैकेज देने की मांग की थी.
इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्यों के लिए अशंदान और योजनाएं तय करनेवाली नेशनल डेवलपमेंट काउंसिल में भी अपनी बातें रखीं. वर्ष 2011 और 2012 की काउंसिल की बैठक में झारखंड के विकास के लिए विशेष सहायता की मांग की. राष्ट्रीय स्तर पर विकास योजनाओं का लिए नीति-निर्धारण करनेवाली इस संस्था तक झारखंड की आवाज पहुंची.