लोकतंत्र के मंदिर में कहीं भी मर्यादा नहीं टूटनी चाहिएः सुमित्रा महाजन
रांची: लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सांसदों एवं विधायकों को आज सचेत किया कि लोकतंत्र के मंदिर में मर्यादा कहीं भी टूटनी नहीं चाहिए.झारखंड विधानसभा द्वारा अपने विधायकों की क्षमता वर्धन के लिए ‘संसदीय लोकतंत्र में सिद्धान्त एवं व्यवहार’ विषय पर आयोजित दो दिनों की कार्यशाला का यहां उद्घाटन करते हुए सुमित्रा ने सभी जन […]
रांची: लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सांसदों एवं विधायकों को आज सचेत किया कि लोकतंत्र के मंदिर में मर्यादा कहीं भी टूटनी नहीं चाहिए.झारखंड विधानसभा द्वारा अपने विधायकों की क्षमता वर्धन के लिए ‘संसदीय लोकतंत्र में सिद्धान्त एवं व्यवहार’ विषय पर आयोजित दो दिनों की कार्यशाला का यहां उद्घाटन करते हुए सुमित्रा ने सभी जन प्रतिनिधियों को सचेत किया, ‘‘लोकतंत्र के मंदिर में कहीं भी मर्यादा नहीं टूटनी चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह मर्यादा भाषा और व्यवहार दोनों पक्षों में महत्वपूर्ण है. जन प्रतिनिधि को अपना कार्य करते हुए दिखना चाहिए तो जनता अपने आप साथ देती है.’’
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि संसद एवं विधानसभाओं में केवल चिल्लाने से कुछ नहीं होता है. कई बार जन प्रतिनिधि सोचते हैं कि चिल्लाने से अथवा हंगामा खडा करने से उनकी आवाज जल्दी सुनी जाती है लेकिन यह सच नहीं है. ऐसे जन प्रतिनिधियों के बारे में मान लिया जाता है कि वह चिल्लाने वाले ही लोग हैं.
उन्होंने कहा कि जब जन प्रतिनिधि मर्यादाओं का पालन करते हैं तो देश की जनता और विशेषकर उनके क्षेत्र के लोग उनका अधिक सम्मान करते हैं और वह उनका अनुकरण भी करते हैं.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हमें अपने अंतर्मन के चक्षु खोलकर रखने चाहिए क्योंकि हमारे हर कार्य पर हजारों, लाखों लोगों की नजरें होती हैं. लोग आपकी ऐसी छोटी से छोटी गतिविधियों पर भी ध्यान रखते हैं जिनकी कई बार आप कल्पना भी नहीं कर पाते.’’