ओएनजीसी झारखंड में 280 कुओं से मीथेन का उत्पादन करेगी
रांची : तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) झारखंड में अगले कुछ वर्षों में कुल चार सौ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 280 कुएं स्थापित करके बडे पैमाने पर कोल बेड मीथेन का उत्पादन करेगी जिससे देश की उर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके. ओएनजीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक दिनेश के सर्राफ ने आज […]
रांची : तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) झारखंड में अगले कुछ वर्षों में कुल चार सौ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 280 कुएं स्थापित करके बडे पैमाने पर कोल बेड मीथेन का उत्पादन करेगी जिससे देश की उर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके.
ओएनजीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक दिनेश के सर्राफ ने आज यहां झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की और कहा कि ओएनजीसी राज्य के नार्थ कर्णपुरा, बोकारो और झरिया में चार सौ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में कोल बेड मीथेन (सीबीएम) के 280 कुएं खोदेगी जिनसे बडे पैमाने पर मीथेन का उत्पादन किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि इन कुओं से आने वाले 15 से 20 वर्षों में कोल बेड मीथेन का उत्पादन प्रारंभ होगा जिसका देश की उर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति में उपयोग किया जा सकेगा.
इन कुओं से मीथेन के उत्पादन से झारखंड को 720 करोड रपये की रायल्टी प्राप्त होगी. सर्राफ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2022 तक देश के पेट्रोलियम और गैस आयात का बिल दस प्रतिशत कम करने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं और उसी को ध्यान में रखकर ओएनजीसी झारखंड में मीथेन के उत्पादन में तेजी लाने की दिशा में अग्रसर है.बैठक में ओएनजीसी के कई अन्य अधिकारी और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव उपस्थित थे