सौ दिन के कार्यकाल पर बोले हेमंत, मैं कोई जादूगर नहीं हूं
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि वह जादूगर नहीं है कि छड़ी घुमाते ही सबकुछ ठीक हो जायेगा. सौ दिन का कार्यकाल उन्होंने पूरा कर लिया है. काम करने की शुरुआत हुई है.राज्य में व्यवस्था बेहतर बनाने का काम हुआ है. लोगों में विश्वास जमा है कि सरकार काम कर रही है. सौ […]
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि वह जादूगर नहीं है कि छड़ी घुमाते ही सबकुछ ठीक हो जायेगा. सौ दिन का कार्यकाल उन्होंने पूरा कर लिया है. काम करने की शुरुआत हुई है.राज्य में व्यवस्था बेहतर बनाने का काम हुआ है. लोगों में विश्वास जमा है कि सरकार काम कर रही है. सौ दिन पूरे होने पर सीएमओ में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में उनका व्यक्तिगत सौ दिन पूरा हुआ है.
पूरी सरकार के गठन में विलंब हुआ था. इतने दिनों में कई काम हुए हैं. सरकार गठन के पूर्व ही लोग कह रहे थे कि सरकार नहीं बनेगी. जब बन गयी तो कहा कि नहीं चलेगी. सरकार ने सौ दिन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. यह सरकार किसी एक पार्टी की नहीं, बल्कि झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता की है. जनता की समस्या दूर करने की दिशा में सरकार काम कर रही है. लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए ही मुख्यमंत्री सचिवालय में जन शिकायत कोषांग का गठन किया गया है. यहां कोई भी कभी भी आकर अपनी समस्या बता सकता है, लिख कर दे सकता है. वे खुद इन समस्याओं को देखते हैं. लोगों से मिलते हैं. उनकी समस्याओं को सुनते हैं और तत्काल निष्पादन का आदेश देते हैं.
गंठबंधन में ही चुनाव लड़ेंगे : सीएम ने कहा कि यह सरकार गंठबंधन की है. आगामी चुनाव भी गंठबंधन में ही लड़ेंगे. पहले भी यूपीए के साथ वे रह चुके हैं. कांग्रेस के साथ 10-4 सीटों पर ही समझौता हुआ है. इसमें कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है. सभी मिलकर राज्य के विकास के लिए प्रयासरत हैं. ब्लूप्रिंट बनाने में वक्त लगता है. काम में भी वक्त लगता है. तुरंत सबकुछ नहीं दिख सकता. सरकार के लिए आउटलाइन ड्रा कर दिया गया है. जल्द ही परिणाम दिखेंगे.
मंत्री परिणाम देंगे : सीएम ने कहा कि सरकार बनाने को लेकर तालमेल हुआ है. मंत्रियों की अपनी-अपनी कार्यशैली होती है. मंत्रियों से व्यवस्था दुरुस्त कर परिणाम देने के लिए कहा गया है. सभी मंत्री राज्य के विकास के लिए एकजुट होकर परिणाम देने में लगे हैं. कई बेहतर परिणाम सामने आये हैं. सबका सहयोग मिल रहा है.
हक मिला होता तो राज्य पिछड़ा नहीं होता : कोल इंडिया के बकाये के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को अधिकार मिले, इसके लिए उन्होंने केंद्र के पास पहल की. पहले यह हक मिल गया होता तो राज्य पिछड़ा नहीं होता. इस मुद्दे पर पहले की सरकारों ने कभी चर्चा तक नहीं की. सरकार ने अपने तरीके से कार्यप्रणाली बनायी है, ताकि राज्य बेहतर परिणाम दे सके.
भ्रष्टाचार से समझौता नहीं, अधिकारी परिणाम दें : सीएम ने कहा कि उन्होंने प्रारंभ में ही अधिकारियों को कहा था कि परिणाम दें. अच्छे अफसरों को उचित सम्मान दिया जायेगा. अधिकारी भी इस काम में लगे हैं. समय आने पर परिणाम दिखेगा. भ्रष्टाचार से वे किसी भी सूरत में समझौता नहीं करेंगे. अधिकारियों से भी कह दिया गया है. हाल के दिनों में उन्होंने 64 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. 10 लोगों को निलंबित कर दिया गया है.