रांची: झाविमो अध्यक्ष व सांसद बाबूलाल मरांडी रांची विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, बाबूलाल रांची से ही दावं लगाने का मन बना रहे हैं.
पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को इसके लिए तैयार रहने को भी कहा है. बाबूलाल रांची से चुनाव लड़ कर भाजपा के गढ़ में सेंधमारी कर चुनावी हवा बनाना चाहते हैं. बाबूलाल की दूसरी पसंद राजधनवार सीट है. बाबूलाल ने इन दोनों विधानसभा सीटों पर दावं लगाया, तो भाजपा के बड़े नेताओं से मुकाबला होगा. रांची में बाबूलाल की टक्कर सीपी सिंह से होगी, तो राजधनवार में प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय से ही.
सूचना के अनुसार, बाबूलाल मरांडी आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है. पार्टी का दबाव हुआ, तो दुमका सीट पर विचार करेंगे. ऐसे उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा है कि लोकसभा चुनाव लड़ने के बजाय वह चुनावी तैयारी में पूरे राज्य में समय देना चाहते हैं.
दिग्गजों की निगाह रांची लोस व विस सीट पर
रांची लोकसभा और विधानसभा की सीट पर दिग्गजों की नजर है. लोकसभा सीट को लेकर इस बार राजनीतिक सरगरमी भी तेज है. जेएससीए के अध्यक्ष और पूर्व आइपीएस अधिकारी अमिताभ चौधरी राजनीतिक दल की ठौर तलाश रहे हैं.
अमिताभ भाजपा और झाविमो दोनों ही नाव पर सवारी कर रहे हैं. सूचना के अनुसार, अमिताभ की पहली प्राथमिकता भाजपा है. अमिताभ इस बार रांची लोकसभा सीट से सुबोधकांत सहाय को टक्कर देने आयेंगे. वही आजसू भी चुनाव की तैयारी में है. आजसू पार्टी किसी बड़े नाम को लेकर चुनावी जंग में आना चाहती है. भाजपा के अंदरखाने में भी कई नामों पर चर्चा हो रही है. पूर्व सांसद रामटहल चौधरी का खूंटा मजबूत है, लेकिन नये नाम की भी तलाश हो रही है.