पारा शिक्षकों ने मानदेय बढ़ाने की मांग की, मंत्री ने मांगा समय
रांची: झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के बैनर तले पारा शिक्षकों ने शनिवार को शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव के आवास के समक्ष धरना दिया. संघ के अध्यक्ष संजय दूबे ने बताया कि पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर अब तक सिर्फ आश्वासन मिला है. यदि मानदेय में बढ़ोतरी पर 14 नवंबर तक निर्णय […]
रांची: झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के बैनर तले पारा शिक्षकों ने शनिवार को शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव के आवास के समक्ष धरना दिया. संघ के अध्यक्ष संजय दूबे ने बताया कि पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर अब तक सिर्फ आश्वासन मिला है.
यदि मानदेय में बढ़ोतरी पर 14 नवंबर तक निर्णय नहीं लिया जाता है, तो पारा शिक्षक 15 नवंबर को राज्य के स्थापना दिवस के मौके पर काला झंडा दिखायेंगे. बाद में शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव धरना स्थल पर पहुंची.
शिक्षा मंत्री ने पारा शिक्षकों को आश्वासन दिया कि 15 नवंबर तक मानदेय बढ़ोतरी के मामले में निर्णय लिया जायेगा. शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद पारा शिक्षकों ने धरना समाप्त कर दिया. धरना स्थल पर चिंटू सिंह, नारायण महतो, विजय पांडेय, अली रजा खान, निलांबर साहू, बिरसा टोप्पो व अन्य उपस्थित थे.
सहयोगी संघ ने की आंदोलन की घोषणा
रांची: झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षा मित्र पारा शिक्षक संघ ने चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है. शनिवार को होटल सूर्या में आयोजित प्रेस वार्ता में संघ के अध्यक्ष विनोद तिवारी ने कहा कि पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की घोषणा झूठा आश्वासन साबित हो रहा है.
भोजपुरी व मगही भाषा से शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल विद्यार्थी का रिजल्ट रिजेक्ट करने की बात कही जा रही है. पारा शिक्षक मानदेय बढ़ाने, शिक्षकों को स्थायी करने, मगही व भोजुपरी भाषा को पूर्व की तरह मान्यता देने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करेंगे. आंदोलन की शुरुआत नौ नवंबर से होगी.
नौ नवंबर को पारा शिक्षक सभी जिलों में मोमबत्ती रैली निकालेंगे. मौके पर संघ के संरक्षक चितरंजन कुमार, ऋषिकेश पाठक, नरोत्तम सिंह मुंडा, राजेशपाल तिवारी, विनादे सिंह, आनंद साहू मौजूद थे.