नरेंद्र मोदी आतंकियों के लिए थे मछली-5
दो नवंबर को पटना आयेंगे मोदी, धमाके में मारे गये लोगों के आश्रितों से मिलेंगेमोदी ने कहा, संवेदनाशून्य हो गये हैं नीतीश रांची:पटना के गांधी मैदान में किये गये बम धमाके में नरेंद्र मोदी आतंकियों के निशाने पर थे न कि भीड़ इस बात का खुलासा गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ के बाद किया गया है. […]
दो नवंबर को पटना आयेंगे मोदी, धमाके में मारे गये लोगों के आश्रितों से मिलेंगे
मोदी ने कहा, संवेदनाशून्य हो गये हैं नीतीश
रांची:पटना के गांधी मैदान में किये गये बम धमाके में नरेंद्र मोदी आतंकियों के निशाने पर थे न कि भीड़ इस बात का खुलासा गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ के बाद किया गया है. एनआईए की पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि मोदी को मारने के लिए मछली पांच कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया था.
पटना ब्लास्ट में गिरफ्तार इम्तियाज के पिता कमालउद्दीन ने कहा है कि बेटे की करतूत से वह दुखी हैं.उन्होंने कहायदि पहले पता होता कि इम्तियाज ऐसी गतिविधियों में शामिल है, तो हमलोग ही उसकी हत्या कर देतें. अब क्या करेंगे के सवाल पर उन्होंने कहा कि इम्तियाज अब कानून का गुनाहगार है. कानून जो चाहे उसे सजा दे. जांच में पुलिस को हर तरह की मदद करेंगे.
पूछताछ में इम्तियाज ने बताया कि गांधी मैदान में बम छात्रों के द्वारा रखवाये गये थे. तहसीन के कहने पर छात्रों ने दस-दस हजार रुपये के एवज में मैदान में बम रखे. तहसीन और इम्तियाज मैदान में टेंट हाउस के मैकनिक बनकर दाखिल हुए थे.पटना ब्लास्ट में जिस हैदर का नाम आ रहा है, वह रांची के मणिटोला का रहनेवाला है. वह इंडियन मुजाहिद्दीन (आइएम) में नंबर दो के पोजिशन पर है. हैदर मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद का रहनेवाला है. रांची के मणिटोला में उसके पिता रहते थे. वह उन्हीं के साथ रहता था. इसी मुहल्ले में रहनेवाले एक व्यक्ति से उसने अरबी भाषा सीखी और धार्मिक जानकारी हासिल की. इसके बाद वह तहसीन उर्फ मोनू और आइएम प्रमुख यासीन भटकल के संपर्क में आया.
यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद तहसीन संगठन में नंबर-वन के पोजिशन पर है, जबकि हैदर दूसरे पोजिशन पर. तहसीन पर सरकार ने 10 लाख और हैदर पर पांच लाख का इनाम रखा है. विस्फोट के विभिन्न मामलों में नाम आने के बाद हैदर अंडर ग्राउंड हो गया था. सूत्रों के मुताबिक रांची आने पर वह धुर्वा थाना क्षेत्र के सीठियो में इम्तियाज के घर पर रहा करता था.
वहीं रह कर उसने सीठियो गांव के इम्तियाज, तौफिक, तारिक और नुमान को संगठन में काम करने की ट्रेनिंग दी. हैदर ने रांची के दर्जन भर युवकों को संगठन से जोड़ा है, जिनकी तालाश पुलिस कर रही है. पुलिस को यह भी पता चला है कि कई ऐसे युवक, जो हैदर के साथ तो रहा, आर्थिक मदद भी की. लेकिन, किसी हिंसक गतिविधियों में शामिल नहीं रहा.
कांटाटोली में दो साल तक धर्म बदल कर रहा तहसीन
पुलिस व एनआइए को जांच में पता चला है कि आइएम का तहसीन उर्फ मोनू रांची में करीब दो साल तक रहा. वह कांटाटोली में भाड़े के मकान पर धर्म बदल कर रह रहा था. पुलिस ने उस घर का भी पता लगा लिया है, लेकिन वहां अब कुछ भी नहीं है. मोनू यहीं रह कर संगठन का काम करता था. तहसीन समस्तीपुर का रहनेवाला है. यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद आइएम का प्रमुख बने तहसीन को पटना में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड बताया जा रहा है. हाल के वर्षो में मुंबई, हैदराबाद, पूणो, बेंगलुरु में हुए विस्फोट के मामले में पुलिस व एनआइए को उसकी तालाश है.