आलाकमान टिकट दे, तो जीत कर दिखा देंगे : ददई दुबे

रांची: ग्रामीण विकास मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा है कि वह इसकी तैयारी हारने के बाद से ही कर रहे हैं. आलाकमान उन्हें टिकट दे, तो जीत कर भी दिखा देंगे. यहां नमो का जादू नहीं चलनेवाला है. भाजपा झारखंड से साफ हो जायेगी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2013 7:00 AM

रांची: ग्रामीण विकास मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा है कि वह इसकी तैयारी हारने के बाद से ही कर रहे हैं. आलाकमान उन्हें टिकट दे, तो जीत कर भी दिखा देंगे.

यहां नमो का जादू नहीं चलनेवाला है. भाजपा झारखंड से साफ हो जायेगी. प्रदेश कांग्रेस का संगठन विस्तार नहीं होने पर श्री दुबे ने कहा कि कांग्रेस एक समंदर है. यहां सारा फैसला आलाकमान ही करता है, पर प्रदेश संगठन का विस्तार हो जाना चाहिए. देर करना हानिकारक है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय द्वारा यह कहे जाने पर कि विधि-व्यवस्था खराब हुई है, श्री दुबे ने इस पर कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी गिरेबां में झांके. अजरुन मुंडा के शासनकाल में विधि-व्यवस्था खराब थी या अभी है. अभी तो बेहतर हुआ है. आगे भी बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है.

लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा पटेल व नेहरू प्रसंग पर ब्लॉग में लिखे जाने पर श्री दुबे ने कहा कि आडवाणी जी फ्रस्टेशन में अल-बल लिख रहे हैं. इसका कारण यह है कि उन्हें पछाड़ कर मोदी को आगे कर दिया गया है. उन्होंने इस पर भी सवाल उठाया कि पटेल की प्रतिमा गुजरात में ही क्यों बनायी जा रही है?

घूस लेते-लेते प्रदूषणवालों का मुंह ठसक गया है
मंत्री ने विभागीय कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही पंचायतों को अधिकार मिलेगा. पंचायत प्रतिनिधियों व वार्ड पार्षदों का मानदेय बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. जल्द ही इस पर सरकार निर्णय लेगी. मंत्री ने कहा कि यह सही है कि उन्होंने क्रशर संचालकों को आवेदन देकर क्रशर चलाने का आदेश दिया है. ऐसा नहीं करने पर भवन निर्माण के लिए गिट्टी की आपूर्ति कैसे होती. पत्थर के व्यवसायी छोटी लागतवाले होते हैं. यहां प्रदूषणवालों का घूस खाते-खाते मुंह ठसक गया है. अब उनकी एक भी नहीं चलेगी. क्रशरवालों ने आवेदन दे दिया है. आखिरकार मंजूरी के इंतजार में कब तक क्रशर बंद रखते. यदि क्रशर बंद हो जायेंगे, तो सरकारी भवनों, सड़कों के लिए कहां से गिट्टी की आपूर्ति होगी.

Next Article

Exit mobile version