झारखंड व बिहार को गुआ माइंस
रांची: कोयला मंत्रलय ने बिहार और झारखंड को गुआ कोयला खदान आवंटित किया है. बिहार और झारखंड को यह खदान कोल माइंस रूल-2012 के तहत प्रदान की गयी है. इस खदान की उत्पादन क्षमता 51.48 मिलियन टन है. यहां उल्लेखनीय है कि इसमें सरकारी और सार्वजनिक उपक्रम की कंपनियों को आवंटन होता है. ज्ञात हो […]
रांची: कोयला मंत्रलय ने बिहार और झारखंड को गुआ कोयला खदान आवंटित किया है. बिहार और झारखंड को यह खदान कोल माइंस रूल-2012 के तहत प्रदान की गयी है. इस खदान की उत्पादन क्षमता 51.48 मिलियन टन है. यहां उल्लेखनीय है कि इसमें सरकारी और सार्वजनिक उपक्रम की कंपनियों को आवंटन होता है. ज्ञात हो कि इस संबंध में जेएसएमडीसी और बीएसएमडीस की ओर से 31.12.12 को आवेदन किया गया था. इस संबंध में मंत्रलय की ओर से दोनों राज्यों को इसकी जानकारी दे दी गयी है.
आपस में तय होगी संचालन की जिम्मेदारी : केंद्र सरकार ने दोनों राज्यों के सीएस को पत्र लिख कर बताया है कि आपस में इसके संचालन की जिम्मेदारी तय कर लें. इसे सरकार एसपीवी (स्पेशल परपस वेहिकल) या अन्य किसी मोड में चला सकती है.
इधर मंत्रलय ने कहा है कि दोनों राज्यों के बीच एसपीवी या ज्वाइंट वेंचर बनने के बाद ही लीज दिया जायेगा. इसके संचालन की पूरी प्रक्रिया तय करने लेने का निर्देश भी मंत्रालय ने दिया है. रिजर्व में दोनों राज्यों की हिस्सेदारी आधी-आधी होगी.