धनबाद के बैंकों में आतंकियों के पैसे

धनबाद: भारत में तबाही मचानेवाले आतंकवादियों को बैंक के जरिये पाकिस्तान से पैसे भेजे जाते हैं. झारखंड के धनबाद में कई बैंकों की शाखाओं में ऐसे खातों का पता चला है, जहां पाकिस्तान से पैसे आते हैं. इसके लिए आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मोहरा बनाया गया. उनके नाम से खाते खुलवा कर ट्रांजैक्शन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2013 7:06 AM

धनबाद: भारत में तबाही मचानेवाले आतंकवादियों को बैंक के जरिये पाकिस्तान से पैसे भेजे जाते हैं. झारखंड के धनबाद में कई बैंकों की शाखाओं में ऐसे खातों का पता चला है, जहां पाकिस्तान से पैसे आते हैं. इसके लिए आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मोहरा बनाया गया. उनके नाम से खाते खुलवा कर ट्रांजैक्शन किये गये. बदले में कुछ पैसे दे दिये जाते थे.

इस सिलसिले में बुधवार को लखीसराय और मुंगेर पुलिस ने जिले के चार बैंकों में छानबीन की. एना से गिरफ्तार राजू साव के साथ आयी पुलिस को बैंकों में इस गिरोह के तीन दर्जन से अधिक खातों का पता चला. इन खातों से दो-तीन माह के दौरान करोड़ों रुपये के लेन-देन की सूचना है. टीम ने धनबाद शहर के केनरा बैंक व फेडरल बैंक में छह घंटे तक छानबीन की. अनुसंधान प्रभावित न हो, इसलिए पुलिस और बैंक अधिकारी खाताधारक का नाम व लेन-लेन-देन की राशि नहीं बता रहे हैं. पुलिस टीम कर्नाटक बैंक व आइडीबीआइ बैंक भी गयी थी, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला.

1. आठ नवंबर को लखीसराय पुलिस ने एचडीएफसी बैंक में छापेमारी कर शहर के पुरानी बाजार निवासी गोपाल कुमार गोयल, पवन कुमार गुप्ता, सूर्यगढ़ा क्षेत्र के विनय कुमार व गणोश कुमार को पकड़ा. इनसे विभिन्न बैंकों के पासबुक, 10 सिम कार्ड, पांच मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, बैंक की फरजी पर्ची व अन्य कागजात मिले. फोन में कई पाकिस्तानी एसएमएस और कॉल रिकॉर्ड मिले.

2. छानबीन में झरिया एना निवासी जितेंद्र साव, दीपनारायण साव के पुत्र पप्पू साव, इंडस्ट्री इंदिरा आवास कॉलोनी के नरेश साव के पुत्र बिट्ट साव के गिरोह से जुड़े होने का पता चला. यह भी कि गोपाल कुमार गोयल इनके संपर्क में है.

3. 10 नवंबर को लखीसराय पुलिस ने झरिया के एना में छापेमारी की. संदिग्धों के नहीं मिलने पर जितेंद्र साव के भाई राजू साव को पुलिस ले गयी.

गोपाल का था धनबाद में नेटवर्क
लखीसराय के गोपाल ने धनबाद में एक नेटवर्क बनाया था. वह बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के मटकुरिया विकास नगर में सेवानिवृत्त शिक्षक बसंत राम के किराये के मकान में दो वर्ष से पत्नी, मां, बहन, बहनोई व भांजा संग रहता था. लेकिन, लखीसराय व मुंगेर पुलिस ने दोपहर में उस मकान में दबिश दी, तो वहां ताला बंद था. पुलिस ने अपना ताला भी जड़ दिया. उसने लोगों से कह रखा था कि एयरटेल कंपनी में काम करता है. दीपावली के बाद गांव गया, तो लौटा ही नहीं. पुलिस की दबिश के बाद मुहल्ले के लोग गोपाल की असलियत का पता चला. जलापूर्ति को लेकर मकान मालिक से विवाद व बराबर पत्नी से झगड़ा करने के कारण उसे मकान खाली करने को कहा गया था. उसने कहा था कि छठ के बाद मकान खाली कर देगा.

सीठियो व चकला गांव पहुंची एनआइए की टीम

रांची/ओरमांझी: पटना सीरियल ब्लास्ट और हिंदपीढ़ी के इरम लॉज से बरामद विस्फोटक की जांच से जुड़े अधिकारियों की एक टीम बुधवार को सीठियो गांव पहुंची. टीम के सदस्यों ने गांव के कुछ लोगों के संबंध में जानकारी ली, फिर वापस लौट गये. टीम के लोग अब तक गांव के दो लोगों के संबंध में जानकारी इकट्ठा कर चुके हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार सीठियो निवासी दोनों युवक वर्तमान में अपने घर से गायब है. वे कभी भी गांव पहुंच सकते हैं. अधिकारियों की उन पर नजर है. उल्लेखनीय है कि पटना में हुए सीरियल ब्लास्ट की घटना के बाद जांच से जुड़े अधिकारी कई बार सीठियो गांव पूर्व में जा चुके हैं. जांच टीम के सदस्य अब तक 30 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुके हैं.

बाद में एनआइए की टीम ओरमांझी स्थित चकला गांव गयी. वहां टीम ने दो लोगों से पूछताछ की. चकला स्थित ईदगाह में दो लोगों से करीब दो घंटे तक पूछताछ की गयी. हिंदपीढ़ी स्थित इरम लॉज के कमरा नंबर आठ में रहनेवाले चकला के मुजीबुल अंसारी के कमरे से नौ बम सहित अन्य संदिग्ध सामान बरामद हुए थे. एनआइए टीम का सहयोग ओरमांझी पुलिस ने भी किया. मुजीबुल अंसारी के कमरे से मिले बम की घटना के बाद से चकला गांव में ग्रामीणों में मुजीबुल अंसारी के प्रति आक्रोश है. पुलिस का वाहन गांव में घुसते ही ग्रामीण दहशत में आ जाते हैं. इस घटना के बाद गांव के लोग डरे सहमे हैं.

भटकल को पटनाऔररांची लाया जायेगा

पटना: इंडियन मुजाहिदीन के प्रमुख आतंकी यासीन भटकल को पटना सीरियल ब्लास्ट मामले में पूछताछ के लिए पटना और रांची लाया जायेगा. नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआइए) रांची, पटना, दिल्ली व अन्य सीरियल बम धमाकों की जांच कर रही है. दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को उसके अनुरोध पर भटकल व असदुल्ला अख्तर की पुलिस हिरासत 26 नवंबर तक बढ़ा दी. दिल्ली में अवैध हथियारों की एक फैक्टरी लगाने के आरोप में दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में भटकल व अख्तर की रिमांड अवधि बढ़ायी गयी है. भटकल के खिलाफ 22 नवंबर, 2011 को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इस मामले में गैरजमानती वारंट जारी किया गया था. अतिरिक्त सत्र जज दया प्रकाश ने दोनों की रिमांड अवधि बढ़ाने का आदेश दिया.

मंगलोर से गिरफ्तार आयशा को आज लायेगी पटना पुलिस
पटना. पाकिस्तान से पैसे के लेनदेन मामले की आरोपी आइएसआइ एजेंट आयशा बानो को लेकर बिहार पुलिस गुरुवार को पटना पहुंचेगी. मंगलोर की स्थानीय अदालत ने बिहार पुलिस के आवेदन पर आयशा की ट्रांजिट रिमांड दी. आयशा से पूछताछ के बाद उसके पति जुबैर को भी गिरफ्तार कर लिया गया. इन्हें बिहार लाने के बाद लखीसराय कोर्ट में पेश किया जायेगा. पुलिस रिमांड में इनसे पूछताछ होगी. मंगलोर (कर्नाटक) में गिरफ्तार आयशा पाक में आइएसआइ के प्रमुख एजेंट इब्राहीम खान की भारत में खास सहयोगी है. उसने दो-तीन माह में तीन करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन देश के अलग-अलग बैंक खातों के माध्यम से किया है. पाक में बैठा इब्राहीम इस सिंडिकेट का मास्टरमाइंड है. वह आइएसआइ के निर्देशों पर काम करता है. लखीसराय में बैंक के माध्यम से लाखों रुपये के लेनदेन व पाक से पैसा आना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी साजिश का हिस्सा प्रमाणित हुआ है.

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