-राजीव पांडेय-
रांचीः अपोलो अस्पताल, इरबा का न्यूरो आइसीयू एक सप्ताह से बंद है. इस कारण यहां आनेवाले न्यूरो के गंभीर मरीजों को मेडिसिन आइसीयू में भरती कर इलाज किया जा रहा है.
यहीं नहीं, अस्पताल में ट्रेंड नर्सो की भी कमी है. इससे मरीजों की देखरेख में परेशानी हो रही है. अस्पताल के चिकित्सक ट्रेंड नर्स एवं डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए प्रबंधन से कई बार अनुरोध कर चुके हैं. बावजूद अस्पताल प्रबंधन उदासीन बना हुआ है.
डय़ूटी डॉक्टर की कमी से बंद है
विशेषज्ञ डॉक्टरों के बाद अस्पताल में भरती मरीजों की देखरेख का जिम्मा डय़ूटी डॉक्टरों का होता है. रात में परेशानी होने पर डय़ूटी डॉक्टर विशेषज्ञ चिकित्सकों से सलाह लेकर मरीज का इलाज करते है. डय़ूटी डॉक्टर नहीं होने से अस्पताल का एक आइसीयू बंद हो चुका है. अन्य बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं. न्यूरो आइसीयू में छह बेड हैं. यहां न्यूरो के गंभीर मरीजों को भरती किया जाता है. समुचित आइसीयू व्यवस्था के इन मरीजों को भरती करने से चिकित्सक भी हिचकिचाते है. चिकित्सकों ने बताया कि हर समय यह डर बना रहता है कि गंभीर मरीजों के साथ कुछ अनहोनी न हो जाय.