रांची: गुरुवार को पीजी विभागों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा की व्यवस्था पर चर्चा की गयी. इसमें रांची विवि पीजी टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य व विवि के कुलपति, प्रतिकुलपति, रजिस्ट्रार और वित्त पदाधिकारी शामिल हुए. चर्चा में शिक्षकों व कर्मचारियों की कमी पर आकर मामला अटक गया.
एसोसिएशन की तरफ से कहा गया कि गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए विभागों में शिक्षकों के स्वीकृत नौ पदों को भरना जरूरी है. तृतीय, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों सहित वर्षो के रिक्त पड़े लैब टेक्निशियन के पदों को भी भरना जरूरी है. पीजी आर्ट्स ब्लॉक की जजर्र स्थिति को दुरुस्त करना जरूरी है. शिक्षा को और दक्ष एवं उन्नत बनाने की दिशा में माहौल तैयार करने की जरूरत है. शिक्षक इसके लिए संकल्पित व प्रतिबद्ध हैं.
चर्चा में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए अनुबंध पर नेट उत्तीर्ण विद्यार्थियों की मदद लेने की बात उठी. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका. बैठक में निर्णय हुआ कि पीजी रसायनशास्त्र, जंतुविज्ञान व वनस्पतिशास्त्र विभाग को यथाशीघ्र बेसिक साइंस भवन में शिफ्ट किया जाये. कुलपति ने तत्काल इस दिशा में कार्रवाई करने का आदेश दिया. निर्णय हुआ कि बेसिक साइंस भवन परिसर में पीजी वनस्पतिशास्त्र विभाग की ओर से औषधीय पौधे व बॉटेनिकल प्लांट आदि लगाये जायेंगे. इससे परिसर स्वच्छ व हरा-भरा रहेगा और सुंदरता बढ़ेगी.
बैठक में जनवरी 2014 में क्वालिटी एजुकेशन पर सेमिनार करने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा छठे वेतनमान के एरियर के संबंध में सरकार से बातचीत करने का निर्णय लिया गया. विवि के बजट की अबतक स्वीकृति नहीं देने व राशि निर्गत नहीं किये जाने पर चिंता जाहिर की गयी. डीए बकाया के संबंध में विवि प्रशासन ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के पास क्लेम भेज दिया गया है. राशि अभी तक नहीं मिली है. बैठक में डॉ करमा उरांव, डॉ एएम तिवारी के अलावा डॉ रमेश पांडेय, डॉ ज्योति कुमार,डॉ आरआरपी सिंह, डॉ शाहिद हसन, डॉ एमएमपी सिंह, डॉ हनुमान प्रसाद शर्मा, डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, डॉ संजय मिश्र, डॉ कुनुल कादिर व डॉ हरि उरांव शामिल हुए.