20 से चक्का जाम करेंगे 22 संगठन
रांची: बालू की आपूर्ति शुरू करने की मांग को लेकर चेंबर समेत 22 संगठनों ने 20 दिसंबर से चक्का जाम की घोषणा की है. शुक्रवार को चेंबर भवन में हुई संयुक्त बैठक में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की गयी. आंदोलन की जानकारी देते हुए बालू ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय शंकर ओझा ने बताया […]
रांची: बालू की आपूर्ति शुरू करने की मांग को लेकर चेंबर समेत 22 संगठनों ने 20 दिसंबर से चक्का जाम की घोषणा की है. शुक्रवार को चेंबर भवन में हुई संयुक्त बैठक में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की गयी. आंदोलन की जानकारी देते हुए बालू ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय शंकर ओझा ने बताया कि रविवार से सांसदों और विधायकों के आवास का घेराव किया जायेगा.
खास कर उन मंत्रियों का, जो लगातार बालू की समस्या के समाधान की बात कह रहे हैं, पर हो कुछ नहीं रहा है. 13 दिसंबर को संयुक्त रूप से राजभवन तक त्रहिमाम मार्च निकाला जायेगा. 19 दिसंबर से राज्य भर में मशाल जुलूस निकाला जायेगा. 20 दिसंबर को पूरे झारखंड का चक्का जाम किया जायेगा. श्री ओझा ने सरकार से मांग की है कि बालू विवाद के समाधान के लिए सरकार विशेष सत्र बुलाये.
सत्ता के इशारे पर हो रहा ठेका मैनेज : तेजू महतो : बुंडू बालू संघ के अध्यक्ष तेजू महतो ने कहा कि सत्ता के ताकतवर शख्स के इशारे पर ठेका मैनेज किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि झामुमो को लोग ठेका मैनेज करवा रहे हैं. जानबूझ कर बालू की किल्लत करायी जा रही है.
विरोध : तराजू में तौल कर बेचा बालू
चेंबर में बालू के मुद्दे पर आयोजित बैठक में विभिन्न संगठनों ने रोष जताते हुए तराजू से तौल कर बालू बेचा. इस दौरान बालू ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय शंकर ओझा तराजू से तौल कर बालू बेचा. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार अब यही चाहती है कि लोग बालू तौल कर खरीदे. अब बालू लेना भी यहां मुश्किल है.
जल्द समाधान हो : विकास सिंह
बैठक में चेंबर के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री भी कह रहे हैं कि दो दिन में समाधान हो जायेगा. फिर अब तक समाधान क्यों नहीं हुआ. समाधान करना है तो विवाद क्यों पैदा किया जा रहा है. जो यहां की चीज है, वो यहीं के लोगों को मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि पर्यावरण क्लीयरेंस की बात की जा रही है. यह सभी जानते हैं कि इस प्रक्रिया में तीन से चार माह का समय लगता है. तब तक क्या पूरे राज्य में बालू की आपूर्ति बंद रहेगी. जिस प्रकार सरकार ने चिप्स को लेकर समाधान निकाला था, उसी प्रकार बालू पर भी रास्ता निकाले.