विशेष दरजा झारखंड का हक, भेदभाव कर रहा केंद्र

रांची: आजसू पार्टी के बुद्धिजीवी मंच, झारखंड स्वयं सेवक (जेएसएस) ने सोमवार को झारखंड को विशेष राज्य का दर्जा क्यों विषय पर सेमिनार आयोजित किया. राजधानी के दिगंबर जैन भवन में वक्ताओं ने कहा कि झारखंड विशेष राज्य के लिए सभी अर्हता पूरी करता है, पर भेदभाव किया जा रहा है. विशेष राज्य का दर्जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2013 7:15 AM

रांची: आजसू पार्टी के बुद्धिजीवी मंच, झारखंड स्वयं सेवक (जेएसएस) ने सोमवार को झारखंड को विशेष राज्य का दर्जा क्यों विषय पर सेमिनार आयोजित किया. राजधानी के दिगंबर जैन भवन में वक्ताओं ने कहा कि झारखंड विशेष राज्य के लिए सभी अर्हता पूरी करता है, पर भेदभाव किया जा रहा है. विशेष राज्य का दर्जा मिलने से राज्य का संतुलित विकास होगा.

पूर्व कुलपति डॉ शीन अख्तर ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में झारखंड का बड़ा योगदान है. विकसित राज्यों की तरह झारखंड को भी हिस्सा मिलना चाहिए. पूर्व कुलपति डॉ सुरेश प्रसाद ने कहा कि झारखंड को उसका हक मिलना चाहिए. विशेष राज्य के लिए हम सभी शर्ते पूरी करते हैं. पूर्व आइएएस अधिकारी बीपीएन सिंह ने कहा कि खनिज-संपदा पर केंद्र का हक है. बालू पर हमारा हक था, वह भी अब बाहर की कंपनी ले जा रही है. ऐसे में राज्य के विकास के लिए केंद्र को मदद करनी होगी. डॉ गुणोश्वर झा ने कहा कि अभी रांची, बोकारो, धनबाद और जमशेदपुर जैसे शहरों में विकास दिखता है. विकास की दौड़ में गांव छूट रहे हैं. विशेष राज्य का दर्जा मिलने से झारखंड का समान रूप से विकास होगा. शायर सिद्दीक मुजबी ने कहा कि राज्य में पहले हुकूमत को दुरुस्त करने की जरूरत है.

उद्योगपति ओपी अग्रवाल ने कहा कि राज्य रघुराजन कमेटी की सारी अर्हता पूरी करता है. राजनीतिक कारणों से झारखंड को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल रहा है. सेमिनार में डॉ बहादुर सिंह, प्रो मुकुंद मेहता और अंचल किंगर ने भी विशेष राज्य की वकालत की. अध्यक्षता जेएसएस के अध्यक्ष बीके चांद ने की. इस अवसर पर डॉ डोमन सिंह मुंडा, प्रो अजय मलकानी, अब्राहम मिंज, ए इंदुवार, रघुनाथ महतो, नईम अंसारी, शुचिता सिंह, वर्षा गाड़ी, रीता खत्री, विजय छापरिया, कृष्णा सिंह, प्रो विनय भरत सहित कई लोग उपस्थित थे.

प्रखंड स्तर पर चलेगा कार्यक्रम
जेएसएस ने प्रखंड स्तर पर विशेष राज्य के लिए जागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया है. संगठन ने कार्यक्रम का खाका भी तैयार किया है. 29 दिसंबर को नामकुम, ओरमांझी, बुंडू और रातू में अभियान चलाया जायेगा. वहीं 30 दिसंबर को अनगड़ा, नगड़ी, बुढ़मू, तमाड़, 5 जनवरी को पतरातू, गोला, पेटरवार, खिलारी, 6 जनवरी को मांडू, हजारीबाग, बरही, टंडवा, 8 जनवरी को चतरा, इचागढ़, सिसई, बड़कागांव, 11 जनवरी को बोकारो, कोडरमा, चौपारण, लोहरदगा, 15 जनवरी को राहे, हटिया, रामगढ़ और पदमा में अभियान चलाने का निर्णय लिया गया.

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