रांची: राष्ट्रीय खादी व सरस महोत्सव का आयोजन मोरहाबादी मैदान में 24 दिसंबर से 10 जनवरी तक चलेगा. मेला का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शाम चार बजे करेंगे. इस मौके पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश, सुबोधकांत सहाय, श्रम मंत्री ददई दुबे, चंपई सोरेन के अलावा केंद्र व राज्य सरकार के कई अधिकारी शामिल होंगे. समारोह की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन करेंगे. मेला में कवि सम्मेलन, राष्ट्रीय खादी परिधान उत्सव व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जायेंगे. मेले की तैयारी पूरी कर ली गयी है. कुछ स्टॉल चालू भी हो गये हैं. यह मेला खादी और ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार, राज्य खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड व झारखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में लगाया जा रहा है. मेला में 400 शिल्पकारों द्वारा खादी-ग्रामोद्योग उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी.
प्रति व्यक्ति 10 रुपये प्रवेश शुल्क रहेगा : मेला में प्रवेश शुल्क दस रूपये निर्धारित किया गया है. इसमें टिकट के बदले 10 रुपये के उत्पाद नि:शुल्क दिये जायेंगे.
कितने स्टॉल होंगे: मेला में पूरे देश भर से 500 स्टॉल लगेंगे. भारत सरकार के खादी व ग्रामोद्योग उत्पाद के 200, ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार के सरस उत्पादों के 200 तथा विभिन्न बैंक व अन्य सरकारी विभागों के 100 स्टॉल लगाये जायेंगे. भव्य पैवेलियन भी बनाया जा रहा है. खादी म्यूजियम में स्वतंत्रता आंदोलन, गांधी दर्शन व महापुरुषों से संबंधित 200 दुर्लभ चित्र प्रदर्शित किये जायेंगे.
जल कनेक्शन, मतदाता व आधार कार्ड बनेगा: सरस मेला में आम लोगों की सुविधा के लिए कई व्यवस्था की गयी है. रांची नगर निगम जल कनेक्शन देने के लिए स्टॉल लगायेगा. मौके पर ही कनेक्शन देने की व्यवस्था होगी. वहीं मतदाता सूची में नाम दर्ज कराये जा सकेंगे. आधार कार्ड बनाने के लिए भी स्टॉल लगाया जा रहा है. ऑनलाइन बैंक एकाउंट भी खोला जा सकेगा. एटीएम की व्यवस्था भी रहेगी.
होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम : मेला में लोगों के मनोरंजन के लिए कई कार्यक्रम होंगे. राष्ट्रीय स्तर का कवि सम्मेलन और परिधान उत्सव भी होंगे. विभिन्न राज्यों से आये कलाकार अपने राज्यों की प्रसिद्ध लोक कला व नृत्य का प्रदर्शन करेंगे. राजस्थान का कालबेलिया, मणिपुर का मार्शल आर्ट, मथुरा की नौटंकी, उत्तराखंड का लोक नृत्य, झारखंड का छऊ, आंध्र प्रदेश व उज्जैन का लोक नृत्य और ओडिशी के अलावा असम का बिहु, बुंदेलखंड का होली व बिहार के भोजपुरी वाराणसी, इलाहाबाद के कलाकार कार्यक्रम देंगे.