रांची: ठंड के मौसम में मिजिल्स व चिकन पॉक्स होने का खतरा कम रहता है, लेकिन इस मौसम में भी ये बीमारी तेजी से पांव पसार रही है. राजधानी के बच्चे एवं बड़े मिजिल्स व चिकन पॉक्स की चपेट में हैं. शरीर में पानी भरा छोटा-बड़ा दाना निकल रहा है. अस्पताल के ओपीडी में ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं. एलोपैथी एवं होम्योपैथी के चिकित्सकों के अनुसार, पिछले 15 दिन में आधा दर्जन से ज्यादा मरीजों में चिकन पॉक्स होने की पुष्टि हुई है.
लक्षण
बुखार आना
बुखार के पहले दिन शरीर में पानी भरा दाना.
दाना में जलन होना व खुजली होना.
बचाव कैसे करें
मिजिल्स एवं चिकन पॉक्स का टीका उपलब्ध है. इसे दिलाने से मिजिल्स एवं चिकन पॉक्स होने का खतरा कम रहता है. मिजिल्स का टीका जन्म के एक साल के अंदर एवं चिकन पॉक्स का टीका दो साल के अंदर दिलाया जाता है.
होम्योपैथी में कारगर इलाज
होम्योपैथी चिकित्सक डॉ अरविंद तिवारी ने बताया कि 15 दिन के अंदर मैंने चिकन पॉक्स के पांच मरीजों का इलाज किया है.
चिकन पॉक्स के मरीज ठंड में भी मिल रहे हैं. यह वातावरण में असंतुलन के कारण हो रहा है. मिजिल्स एवं चिकन पॉक्स से बचने के लिए टीका उपलब्ध है.
डॉ डीके झा,फिजिसियन रिम्स