सचिव कोई आइडिया नहीं लाते डीसी कोरम पूरा कर रहे : हेमंत
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य के सचिव पुराने र्ढे पर काम करते हैं. नये आइडिया लेकर नहीं आते. उपायुक्त केवल नौकरी कर कोरम पूरा कर रहे हैं. राज्य में जो हालत है, इसकी वजह से ही नक्सली पैदा हो रहे हैं. मुख्यमंत्री एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. सीएम ने कहा […]
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य के सचिव पुराने र्ढे पर काम करते हैं. नये आइडिया लेकर नहीं आते. उपायुक्त केवल नौकरी कर कोरम पूरा कर रहे हैं. राज्य में जो हालत है, इसकी वजह से ही नक्सली पैदा हो रहे हैं. मुख्यमंत्री एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.
सीएम ने कहा कि जिलों में डीसी अपनी नौकरी कर कोरम पूरा कर रहे हैं. वह जिम्मेवारी नहीं के बराबर उठाते हैं. नयी स्कीम लेकर कोई आये, पैसे व संसाधन की कमी नहीं है. कमी है तो प्रबंधन की. आज अधिकारियों को गांव जाने के लिए कहा जाता है, पर अधिकारी होटलों में बैठ कर डिजाइन पास करते हैं. गांव नहीं जाते. उन्होंने मुख्य सचिव से कहा कि ऐसे लापरवाह पदाधिकारियों की सूची दें. ऐसे लोगों को बरखास्त करने में एक मिनट भी नहीं लगेगा. झारखंड में तारतम्य, कोआर्डिनेशन का घोर अभाव है. सीएम ने कहा : नक्सली बन नहीं रहे हैं, बनाये जा रहे हैं. उन्हें लगता है कि अब तक सरकार सिर्फ अपने लिए काम करती रही है, जबकि 3.5 करोड़ जनता के लिए काम होना चाहिए था. सीएम ने चेताया कि समय रहते यदि परिवर्तन नहीं किया गया तो समय हमें परिवर्तित कर देगा. पूरे सिस्टम में अभी परिवर्तन की जरूरत है.
सीएम बेबस होंगे, तो राज्य का क्या होगा : बाबूलाल
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जब राज्य के मुख्यमंत्री बेबस और लाचार होंगे, तो झारखंड को सुधारना मुश्किल हो सकता है. विकास सतत चलनेवाली प्रक्रिया है. इसे वक्त के दायरे में नहीं बांधा जा सकता. न्यूनतम विकास की आवश्यकता की गारंटी सरकार को देनी चाहिए. जब राज्य बना था, तब गांवों में सड़के नहीं थी. अब गांवों में सड़के हैं. विकास हुआ है, पर 13 वर्षो में जितना विकास होना चाहिए, वह नहीं हो सका है. श्री मरांडी ने कहा कि राज्य की बदहाल तसवीर बदल सकती है, यदि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाया जाये. विधि-व्यवस्था को दुरुस्त कर दिया जाये.
कानून का राज स्थापित होगा और करप्शन फ्री राज्य बनेगा, तो विकास होता चला जायेगा. मंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि विकास के निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. सरकार कहने में नहीं करने में विश्वास करती है. सांसद सुबोधकांत सहाय ने कहा कि झारखंड का अपना कोई विजन न होने की वजह से ही विकास नहीं हो सका है. आदिवासियों को विकास विरोधी मानना गलत है, उनके साथ संवाद होना चाहिए. समारोह को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने भी संबोधित किया. समारोह में मुख्य सचिव आरएस शर्मा, सीएम के प्रधान सचिव सुखदेव सिंह, विकास भारती के अशोक भगत आदि मौजूद थे.