जमशेदपुर:तीन छात्रों ने बनायी मोबाइल-कंट्रोल्ड कार

जमशेदपुर:कार भी मोबाइल से नियंत्रित हो सकती है.मोबाइल में नेटवर्क मिलना चाहिए, उसे दुनिया के किसी भी कोने से नियंत्रित किया जा सकता है. यह साबित कर दिखाया है एनटीटीएफ के गोलमुरी स्थित आरडी टाटा टेक्नीकल एजुकेशन सेंटर के तीन छात्र हेमंत सिंह, जय किशन साहू और मो अल्तमस खान ने. मेकाट्रॉनिक्स विभाग में थर्ड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2014 3:54 PM

जमशेदपुर:कार भी मोबाइल से नियंत्रित हो सकती है.मोबाइल में नेटवर्क मिलना चाहिए, उसे दुनिया के किसी भी कोने से नियंत्रित किया जा सकता है. यह साबित कर दिखाया है एनटीटीएफ के गोलमुरी स्थित आरडी टाटा टेक्नीकल एजुकेशन सेंटर के तीन छात्र हेमंत सिंह, जय किशन साहू और मो अल्तमस खान ने. मेकाट्रॉनिक्स विभाग में थर्ड इयर के इन तीनों छात्रों ने मोबाइल कंट्रोल कार बनायी है, जिसे रोबोट की भी संज्ञा दी है. प्रोजेक्ट के तहत छह महीने शोध करने के बाद छात्रों ने कार में लगनेवाले कंपोनेंट बाजार में तलाशे. उपलब्ध होने के बाद इसे तैयार किया.

कैसे काम करती है कार
इस कार में मुख्यत: दो आइसी लगी है. इसमें एक सीएम 8870 डिकोडर आइसी और दूसरी एल 93 डी मोटर ड्राइवर आइसी है. एक मोबाइल कार के साथ, दूसरी नियंत्रण करनेवाले व्यक्ति के हाथ में होती है. मोबाइल के किसी नंबर वाला बटन दबाने पर पहला आइसी कमांड को बाइनरी फार्म में डिकोड करता है, उसके अनुसार दूसरा आइसी इसमें लगे मोटर को संचालित करता है. मोबाइल में 6 अंक लिखा बटन दबाने से कार आगे बढ़ती है और 9 दबाने से पीछे जाती है. मोबाइल के अलावा इसे बेसिक फोन से भी संचालित किया जा सकता है. इसे बनाने में मात्र 800 रुपये खर्च हुए हैं.

उपयोग में लायी जा सकती है कार
छात्रों ने बताया कि इस कार को उन्होंने सेंपल के तौर पर तैयार किया है. इसे उपयोगी भी बनाया जा सकता है. इसके लिए बड़ी सर्किट लगानी होगी. हेमंत, जयकिशन व अल्तमस ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा के समक्ष भी वे अपने इस प्रोजेक्ट का प्रदर्शन कर चुके हैं. उन्होंने इसकी सराहना की है. इसका उपयोग लॉजिस्टिक, होटल आदि में हो सकता है.

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