इसलामनगर क्यों नहीं गये राहुल

रांची: माले के राज्य सचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि प्रदेश के लोगों का दुख जानने के लिए राहुल गांधी को इसलामनगर और अन्य विस्थापितों के पास जाना चाहिए. उनकी समस्याओं का हल करना चाहिए, क्योंकि केंद्र और राज्य में उन्हीं की सरकार है. जिस समय इन लोगों को विस्थापित किया गया, उस समय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2014 7:21 AM

रांची: माले के राज्य सचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि प्रदेश के लोगों का दुख जानने के लिए राहुल गांधी को इसलामनगर और अन्य विस्थापितों के पास जाना चाहिए. उनकी समस्याओं का हल करना चाहिए, क्योंकि केंद्र और राज्य में उन्हीं की सरकार है. जिस समय इन लोगों को विस्थापित किया गया, उस समय भाजपा की सरकार थी.

असल में दोनों पार्टियां जनता के मुद्दों को छीनकर कॉरपोरेट नीति लागू करना चाहती हैं. वह शुक्रवार को अलबर्ट एक्का चौक पर पार्टी के प्रतिवाद मार्च में बोल रहे थे. विधायक विनोद सिंह ने कहा कि वर्तमान और पूर्व की सरकारों ने हमेशा जनता को ठगने का काम किया है. राज्य के लोग इनके झांसे में नहीं आनेवाले हैं.

इस मौके पर तय किया गया कि विस्थापितों की समस्याओं को लेकर बैठक होगी. राजनीतिक रोटियां सेंकनेवाले का भंडाफोड़ किया जायेगा. धरने को बहादुर उरांव, हुसैन कच्छी, नसीम खान, सरोजनी बिष्ठ, अनंत प्र गुप्ता, भुवनेश्वर केवट, निकहत परवीन, रामराज डेविड ने भी संबोधित किया. संचालन झारखंड जन संस्कृति मंच के अनिल अंशुमन ने किया. इस मौके पर माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, मनोज भक्त व अन्य मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version