सरना को मिटाना चाहता है चर्च : बंधन तिग्गा

रांची: सरना धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक तसवीर और टिप्पणी के खिलाफ मंगलवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित सरना धर्म जनाक्रोश महारैली में हजारों सरना धर्मावलंबियों जुटे और संघर्ष करने का संकल्प लिया. रैली के दौरान ‘जय सरना किसी से नहीं डरना, सरना धर्म जिंदाबाद, जय आदिवासी, जय मारंगबुरू, जय सिंगबोंगा, जय धर्मेश और जय चाला- […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2014 7:27 AM

रांची: सरना धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक तसवीर और टिप्पणी के खिलाफ मंगलवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित सरना धर्म जनाक्रोश महारैली में हजारों सरना धर्मावलंबियों जुटे और संघर्ष करने का संकल्प लिया. रैली के दौरान ‘जय सरना किसी से नहीं डरना, सरना धर्म जिंदाबाद, जय आदिवासी, जय मारंगबुरू, जय सिंगबोंगा, जय धर्मेश और जय चाला- के नारे लगातार लगते रहे. महारैली में झारखंड, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्य प्रदेश, नेपाल समेत विभिन्न राज्यों से लोग जुटे.

मुख्य वक्ता धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने कहा कि सरना आदिवासियों की धर्म संस्कृति, भाषा, परंपराओं पर चारों ओर से हमला जारी है. लोग हमें मिटाना चाहते हैं. आदिवासियत चर्च या मंदिर से नहीं है. यह हमारी आदिवासी परंपराओं और संस्कृति से है. चर्च इसे मिटाना चाहता है. जो आदिवासियत से अपना धर्म बदल चुके हैं, उन्हें लोकसभा या विधानसभा चुनाव में वोट नहीं दें. बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, नशापान से दूर रहें और अपनी जमीन नहीं बेचें. जमीन बेच देंगे, तो न धर्म बचेगा और न संस्कृति. सिंगपुर व अन्य मामलों में हमें कार्डिनल व पादरियों पर केस करना है. वेटिकन के साथ कठिन लड़ाई लड़नी है. इस लड़ाई में हर सरना तन, मन, धन से सहयोग करें.

आज भी हो रहा धर्मातरण

चेट्टे पंचायत के रतन एक्का ने कहा कि सिंगपुर में प्रतिमा स्थापित कर चर्च ने उस क्षेत्र में किला बना लिया है. आज भी उस चर्च के माध्यम से धर्मातरण हो रहा है. ओड़िशा से आये मणिलाल केरकेट्टा ने कहा कि आदिवासी बंटे हुए हैं. अपनी रक्षा के लिए हमें दिल्ली तक अपनी ताकत दिखानी होगी.

विदेशी हमला है धर्मातरण
आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष जतरू उरांव ने कहा कि आदिवासी प्रकृति के पूजक हैं. यदि हमारे पूर्वजों ने इसकी रक्षा नहीं की होती, तो आज पेड़ पौधे या पर्यावरण नहीं बचते. धर्मातरण आदिवासियों पर विदेशी हमला है. सरना प्रार्थना सभा के शिवा कच्छप ने कहा कि सरना के लोग अपमान नहीं सहेंगे. रांची में मास्टर प्लान लागू कर हमें उजाड़ने की कोशिश हो रही है.

प्रतिमा जल्द हटाये चर्च
नीरज मुंडा ने कहा कि यदि सिंगपुर चर्च से प्रतिमा नहीं हटायी गयी, तो हम ईसाईयत को हिलाने का माद्दा रखते हैं. नेपाल से आये आशीष उरांव ने कहा कि सरना प्रार्थना सभा के माध्यम से हममें एकजुटता बढ़ी है. भविष्य की सोच रखें. हरि सोय, सरोज लकड़ा, लश्कर सोरेन, सुनील हेमरोम व अन्य ने भी विचार रखे. कार्यक्रम का संचालन रवि तिग्गा ने किया.

Next Article

Exit mobile version