फहीम उर्फ सोनू हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. हत्याकांड में शामिल तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दो अन्य अपराधियों को पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथियार छिपाने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
रांची: हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र में अपराधी व जमीन कारोबारी मो फहीम उर्फ सोनू की हत्या एक महिला के साथ अवैध संबंध और आपसी दुश्मनी में की गयी थी. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल सात अपराधियों में से मो मोहसिन उर्फ लंगड़ा मोहसिन, मो इमरान और मो रोमी को गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड में गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस ने दो अन्य अपराधी शाहरूख और आशिफ को भी गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने अवैध हथियार बरामद किया है. इन्हें अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. शाहरूख और आशिफ हत्याकांड में शामिल नहीं थे. अपराधियों के पास से पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त एक हथियार के अलावा चार अन्य हथियार और चार गोली बरामद की हैं. यह जानकारी शनिवार की शाम अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सिटी एसपी किशोर कौशल ने दी.
सिटी एसपी ने बताया कि गत नौ फरवरी की रात नेजाम नगर हरमू नदी के किनारे मो फहीम की गोली और चाकू मार कर हत्या कर दी गयी थी. घटना को लेकर लंगड़ा मोहसिन, अरशद, बाबू और मोंटी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. अनुसंधान के दौरान 10 फरवरी को सबसे पहले लंगड़ा मोहसिन को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसके पास से एक लोडेड कट्टा जब्त किया गया. उसने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकार करते हुए सहयोगी मो इमरान, मो रोमी, मो शाजिद, मो अराफत, मो जाहिद और मो बाबू का नाम बताया. लंगड़ा मोहसिन ने यह भी बताया कि फहीम ने जाहिद को अपने घर में बुला कर उसके साथ मारपीट की थी. उसके सिर का बाल भी मुड़वा दिया था. फहीम ने नेजाम नगर में दबंगई दिखाते हुए इमरान और मो शाजिद के साथ भी मारपीट की थी. उसने मोहसिन के साथ भी गाली-गलौज की थी. फहीम अक्सर लोगों को पिस्टल सटा कर धमकी देता था. इसके अलावा मो फहीम का अवैध संबंध मो जाहिद की पत्नी के साथ था. इस कारण सभी लोग मिल कर फहीम से बदला लेना चाहते थे. सभी ने मिल कर उसकी हत्या की योजना तैयार की थी. घटना के दिन फहीम नेजाम नगर स्थित जब अपने घर आया, तब तैयार योजना के अनुसार उसे सभी ने किसी बहाने से बुलाया और हरमू नदी के किनारे ले गये. वहां गोली और चाकू मार कर उसकी हत्या कर दी. मो फहीम को गोली लंगड़ा मोहसिन ने मारी थी.
इमरान ने भी गोली चलायी थी, लेकिन गोली मिस फायर हो गयी थी. सिटी एसपी ने बताया कि घटना के बाद अपराधी मोहसिन के भाई शाहरूख के सहयोग से हथियार को बैग में डाल कर आशिफ के घर में रख दिया था. लंगड़ा मोहसिन के बयान पर मो इमरान और मो रोमी को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद अवैध हथियार रखने के आरोप में आशिफ और मो शाहरूख को गिरफ्तार किया गया.
हत्याकांड में प्रयुक्त हथियार आशिफ के घर में मिला था. सिटी एसपी ने बताया कि घटना में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है. हत्याकांड के प्राथमिकी अभियुक्त मोंटी की संलिप्तता पर जांच की जा रही है. गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ पहले से अापराधिक रिकॉर्ड हैं. अपराधियों को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस की टीम में कोतवाली डीएसपी भोला प्रसाद, हिंदपीढ़ी थाना प्रभारी दीपक कुमार, चिंतामणि रजक, मो फैसल के अलावा अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे.