सवारी गाड़ियों में कम सीट दिखा कर टैक्स की चोरी
रांची : राज्य में सवारी गाड़ी के मालिकों द्वारा कम सीट दिखा कर टैक्स की चोरी की जा रही है. सिर्फ रांची और गुमला जिले में हुई जांच के दौरान 569 सवारी गाड़ियों के मालिकों द्वारा सीट की संख्या कम दिखा कर टैक्स चोरी करने का मामला पकड़ में आया है. इन गाड़ियों के मालिकों […]
रांची : राज्य में सवारी गाड़ी के मालिकों द्वारा कम सीट दिखा कर टैक्स की चोरी की जा रही है. सिर्फ रांची और गुमला जिले में हुई जांच के दौरान 569 सवारी गाड़ियों के मालिकों द्वारा सीट की संख्या कम दिखा कर टैक्स चोरी करने का मामला पकड़ में आया है. इन गाड़ियों के मालिकों द्वारा 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी किये जाने की आशंका है.
राज्य में सवारी गाड़ियों पर ह्वील बेस के आधार पर सवारी के बैठने की संख्या निर्धारित करने का प्रावधान है. रांची और गुमला जिले के परिवहन कार्यालयों के आंकड़ों के ऑडिट के दौरान 406 बड़ी सवारी गाड़ियों के ह्वील बेस और सवारियों के लिए दिखायी गयी क्षमता की जांच की गयी. इसमें यह पाया गया कि 406 बड़ी गाड़ियों में से 141 ने सवारी के लिए सीटों की संख्या कम दिखायी थी. कार्यालय के अधिकारियों ने इसे स्वीकार भी कर लिया था. 10 सवारी की क्षमता वाली 1089 गाड़ियों की जांच की गयी.
इसमें से 428 गाड़ियों के मामले मे टैक्स का निर्धारण ही गलत किया गया. इस तरह रांची और गुमला में ही सीटों की संख्या कम दिखा कर 1.5 करोड़ रुपये से अधिक टैक्स चोरी का मामला पकड़ में आया.
ऑडिट के दौरान बैंकों द्वारा टैक्स की राशि भी समय पर सरकारी खजाने में नहीं जमा कराने का मामला पकड़ में आया. गाड़ियों पर लगनेवाले सभी प्रकार के टैक्स को बैंक में जमा कराने का नियम है. इस सिलसिले में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी दिशा-निर्देश के आलोक में बैंकों को टैक्स के रूप में ली गयी राशि को दूसरे महीने के पहले सप्ताह में ही सरकारी खजाने में जमा कराना है. ऑडिट में पाया गया कि आरबीआइ के दिशा-निर्देश का उल्लंघन करते हुए बैंकों ने टैक्स के रूप में मिली 12 करोड़ की राशि निर्धारित समय सीमा में सरकारी खजाने में जमा नहीं करायी.