आदिम जनजाति के युवक ने की आत्मदाह की कोशिश

गढ़वा : स्वरोजगार के लिए स्वीकृत होने के बाद भी ऋण के पैसे नहीं मिलने और बैंक मैनेजर के दुर्व्यवहार से आहत आदिम जनजाति के युवक महेंद्र परहिया ने मंगलवार को समाहरणालय में आत्मदाह का प्रयास किया़. सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से उसकी जान बची. इसके बाद उसे उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा से मिलाया गया़ उपायुक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 8, 2017 7:35 AM
गढ़वा : स्वरोजगार के लिए स्वीकृत होने के बाद भी ऋण के पैसे नहीं मिलने और बैंक मैनेजर के दुर्व्यवहार से आहत आदिम जनजाति के युवक महेंद्र परहिया ने मंगलवार को समाहरणालय में आत्मदाह का प्रयास किया़.

सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से उसकी जान बची. इसके बाद उसे उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा से मिलाया गया़ उपायुक्त ने प्रभारी जिला कल्याण पदाधिकारी वीरेंद्र किंडो को बुला कर उसकी समस्या सुनने और हल कराने का निर्देश दिये़.

गढ़वा जिले के डंडई थाना क्षेत्र के सुअरजंघा गांव निवासी महेंद्र परहिया ने पीएमजेएसवाइ योजना के तहत किराना दुकान खोलने के लिए आवेदन दिया था. आठ माह पूर्व ही उसका लोन स्वीकृत होने के बाद भी पंजाब नेशनल बैंक (गढ़वा) से राशि नहीं मिली. उसने पूर्व में बैंक के विरुद्ध कारवाई के लिए उपायुक्त को भी आवेदन दिया था़, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण हताशा में उसने समाहरणालय में आत्मदाह करने का मन बनाया.

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