नीरज सिंह हत्याकांड: घटना में खुद की संलिप्तता की बात से किया इनकार

धनबाद: 21 मार्च को पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हुई हत्या में नामजद झरिया विधायक संजीव सिंह से सोमवार को पुलिस ने सरायढेला थाना में पूछताछ की. डीआइजी साकेत कुमार सिंह, एसएसपी मनोज रतन चोथे, सिटी एसपी अंशुमान कुमार ने खुद विधायक से पूछताछ की. अधिकारियों ने विधायक से नीरज सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2017 5:54 AM

धनबाद: 21 मार्च को पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हुई हत्या में नामजद झरिया विधायक संजीव सिंह से सोमवार को पुलिस ने सरायढेला थाना में पूछताछ की. डीआइजी साकेत कुमार सिंह, एसएसपी मनोज रतन चोथे, सिटी एसपी अंशुमान कुमार ने खुद विधायक से पूछताछ की. अधिकारियों ने विधायक से नीरज सिंह से राजनीतिक दुश्मनी, पारिवारिक विवाद, व्यावसायिक विवाद आदि की जानकारी ली. घटना की तारीख 21 मार्च को उनके कार्यक्रम के बारे में पूछा.

विधायक ने घटना के समय सिंह मेंशन में होने और इसके पहले वह कहां-कहां गये थे, उसकी जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों ने रंजय सिंह हत्याकांड के बारे में भी उनसे विस्तृत जानकारी ली. विधायक ने अपना, अपने अनुज मनीष समेत परिवार के किसी भी सदस्य का नीरज हत्याकांड में संलिप्त होने से साफ-साफ इनकार किया. कुल मिलाकर पुलिस को विधायक से कोई क्लू नहीं मिला है. जानकारी के अनुसार पुलिस की पूछताछ के लिए कहने पर विधायक ने खुद थाना आने की बात कही. पुलिस मामले में गोपनीयता बरतना चाह रही थी. विधायक ने ऐसा करने से मना कर दिया.

पीआर बांड पर छूटे महंथ और गया : संजय के भाई रंजय की 29 जनवरी को हत्या कर दी गयी थी. नीरज की हत्या को इस हत्याकांड से जोड़ कर भी अनुसंधान किया जा रहा है. जांच में नीरज हत्याकांड के साथ रंजय हत्याकांड से भी परदा उठ सकता है. विधायक के करीबी महंथ पांडेय व गया सिंह को पूछताछ के बाद सोमवार को पीआर बांड पर छोड़ा गया. दोनों को धनबाद से बाहर नहीं जाने व जब भी जरूरत हो पुलिस के समक्ष हाजिर होने के लिए कहा गया है. दोनों से हत्याकांड के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली है. दोनों हत्याकांड में नामजद हैं, इसलिए उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस मेंशन के करीबी जैनेंद्र कुमार सिंह उर्फ पिंटू सिंह से भी पूछताछ कर रही है. पिंटू से भी पुलिस को हत्याकांड के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. तीनों ने घटना में किसी तरह की संलिप्तता या जानकारी होने से इनकार किया है.

रंजय के तेरहवें के दिन मुन्ना ने शुरू की थी नीरज सिंह की रेकी

धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेसी नेता नीरज सिंह की हत्या के मामले में पुलिस की जांच मुन्ना नामक व्यक्ति की गतिविधियों पर टिकी है. पुलिस की कोशिशें मुन्ना के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने और उसे पकड़ने की है, ताकि हत्याकांड का खुलासा किया जा सके.

इस बीच मुन्ना के बारे में सूत्रों ने बताया कि उसने फरवरी में नया मोबाइल खरीदा था और नया सिम चालू कराया था. सिम फरजी पते पर लिया गया था, ताकि पुलिस को उस तक पहुंचने में दिक्कत हो. जिस दिन उसने नया सिम व मोबाइल से काम करना शुरू किया था, उसी दिन रंजय सिंह का तेरहवां था. रंजय सिंह झरिया विधायक संजीव सिंह का करीबी था और 29 जनवरी को उसी जगह पर उसकी हत्या की गयी थी, जहां पर नीरज सिंह की हत्या की गयी. माना जा रहा है कि रंजय सिंह के तेरहवें के दिन से मुन्ना ने नीरज सिंह की रेकी शुरू की थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह संयोग भी हो सकता है और साजिश का हिस्सा भी. मुन्ना के बारे में पुलिस को दूसरी जानकारी यह भी मिली है कि नीरज सिंह की हत्या के एक दिन पहले वह बेगुसराय पहुंच गया था. यही कारण है कि धनबाद पुलिस की टीम बेगुसराय व समस्तीपुर इलाके में छापेमारी कर रही है.

मुन्ना बोलचाल की भाषा में मैथिली का इस्तेमाल करता था. फरवरी में मुन्ना ने चारों शूटरों को ठहराने के लिए जिस वृद्ध दंपती के घर को किराये पर लिया था, वह दंपती मुन्ना को पहले से नहीं जानते हैं. पुलिस को पता चला है कि मैथिली भाषा में बात करने के कारण दंपती ने मुन्ना पर भरोसा किया था और किराये पर घर दे दिया था. पुलिस को यह भी पता चला है कि किराये पर घर देने के बाद वृद्ध दंपती कभी उस घर के भीतर नहीं जा सके. जब भी कोई काम होता, उसमें रहनेवाले दरवाजे पर खड़ा होकर ही बात कर लेते थे. इस कारण एक माह से अधिक समय तक घर के भीतर हुई गतिविधियों के बारे में वृद्ध दंपती को कोई जानकारी नहीं है.

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