सिपाही के हाथ से टॉर्च गिरते ही उग्रवादियों ने तड़तड़ा दीं गोलियां
रांची/सिमडेगा : जिले के बानो प्रखंड के उकौली पंचायत स्थित सिकोरदा गांव में शनिवार की रात जोनल कमांडर गुजू गोप अपने दस्ते के साथ बैठक कर रहा था. यह सूचना थानेदार विद्यापति सिंह को मिली, तो उन्होंने एसपी राजीव रंजन को बतायी. एसपी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया. रात करीब 9.30 बजे […]
रांची/सिमडेगा : जिले के बानो प्रखंड के उकौली पंचायत स्थित सिकोरदा गांव में शनिवार की रात जोनल कमांडर गुजू गोप अपने दस्ते के साथ बैठक कर रहा था. यह सूचना थानेदार विद्यापति सिंह को मिली, तो उन्होंने एसपी राजीव रंजन को बतायी. एसपी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया. रात करीब 9.30 बजे पुलिस सिकोरदा गांव पहुंची. यह बातें मुठभेड़ में शामिल जवानों ने कही.
उन्होंने कहा कि गांव पहुंचते ही थानेदार विद्यापति को उस घर का पता चला, जिसमें गुजू गोप अपने दस्ते के सात-आठ सदस्यों के साथ बैठक कर शराब भी पी रहा था. मौका देख विद्यापति सदल-बल उस घर में घुस गये. आंगन में बैठे उग्रवादियों को संभलने का भी मौका नहीं मिला.
इसी बीच थानेदार विद्यापति ने उग्रवादियों से कहा कि वे चारों तरफ से घिर गये हैं, हथियार डाल, सरेंडर करो. इसी बीच एक पुलिसकर्मी के हाथ से टॉर्च छूट गया. पलक झपकते ही उग्रवादी गुजू गोप ने कॉक कर जमीन पर रखे एके 47 उठा कर अंधाधुंध फायरिंग कर भागने लगा. गोलीबारी में थानेदार विद्यापति सिंह व आरक्षी तुराम विरूली घायल हो गये. गोली लगने के बाद भी दोनों ने उग्रवादियों पर फायरिंग की. अस्पताल ले जाने के क्रम में रास्ते में दोनों की मौत हो गयी.
इसके बाद भाग रहे उग्रवादी और पुलिस के बीच जम कर फायरिंग हुई. दोनों ओर से हुई फायरिंग में एक महिला को भी गोली लगी है. पुलिस ने महिला सहित एक अन्य युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है. मुठभेड़ में कोलेबिरा थाना प्रभारी, व महाबुआंग थाना प्रभारी भी शामिल थे.
सभी पुलिसकर्मी एक साथ जाते तो नहीं घटती घटना : घटनास्थल पर टीम में शामिल सभी पुलिस के जवान एक साथ नहीं पहुंचे. अगर सभी पुलिसकर्मी एक साथ घर को घेर लेते तो इस तरह की घटना नहीं घटती. उग्रवादी घर के आंगन में बैठे थे. घर के आसपास छोटा-छोटा चट्टान है, जहां पर पुलिस पोजिशन लेकर उग्रवादियों को आत्मसमर्पण के लिए बाध्य कर सकती थी या मुठभेड़ में मार गिरा सकती .
गोली लगने के बाद भी दिखायी दिलेरी : एसपी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि गिरजाटोली में उग्रवादियों के होने की सूचना मिली थी. छापामारी के क्रम में दोनों ओर से मुठभेड़ हो गयी. मुठभेड़ के दौरान बानो थाना प्रभारी वद्यिापति सिंह व आरक्षी तुराम विरूली गोली लगने से घायल हो गये, फिर भी दोनों ने दिलेरी दिखाते हुए उग्रवादियों पर फायरिंग की. उन्हें अफसोस है कि उन्होंने अपने दो जांबाज सिपाही खो दिये.
सिमडेगा़ : जवानों की शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जायेगा. नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब देंगे. यह बातें रविवार को पुलिस लाइन में डीजीपी डीके पांडेय ने मुठभेड़ में शहीद हुए दारोगा विद्यापति सिंह और आरक्षी तुराम विरूली के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देते हुए कही.
उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजनों को सरकार दस-दस लाख रुपये मुआवजा देगी. वहीं परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी तथा परिवार के बच्चों के पढ़ाई का खर्च भी वहन करेगी. डीजीपी ने कहा कि नक्सलियों ने कायरतापूर्ण कार्य किया है. इस घटना से पुलिस व सरकार का संकल्प और भी दृढ़ हुआ है. सरकार पूरी दृढ़ता से उग्रवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी. डीपीजी ने कहा कि राज्य को 2017 तक उग्रवाद मुक्त बनाया जायेगा. गृह सचिव एसकेजी रहाटे ने कहा कि शहीद परिवार के साथ सरकार है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सिमडेगा में पीएलएफआइ उग्रवादी घटना में शहीद हुए जवानों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की है. साथ ही उनके बचे हुए सेवाकाल की सारी सैलरी भी प्रदान करने का निर्देश दिया है. शहीद जवानों के बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी और आश्रित परिवार में से एक सदस्य को नौकरी दी जायेगी.
मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के प्रधान सचिव और डीजीपी को तत्काल घटनास्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लेने और आवश्यक कदम उठाने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि आधी रात को हमारे जवानों ने जिस बहादुरी के साथ उग्रवादियों का सामना किया, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाये, वह कम है. हमें अपने जवानों पर गर्व है. उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा. हम राज्य से उग्रवादियों का खात्मा करके ही दम लेंगे. दुख की इस घड़ी में राज्य सरकार शहीदों के परिजनों के साथ है.
कश्मीर में शहीद हुए जवानों के परिजनों को पांच लाख : मुख्यमंत्री ने जम्मू कश्मीर में शहीद हुए तीनों सैनिकों के परिजनों को अपने विवेकाधीन कोटे से तीन-तीन लाख रुपये की अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की है. इससे पहले राज्य सरकार ने दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की थी. अब जवानों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की राशि प्रदान की जायेगी.
पैसा हमारे जख्म को नहीं भर सकता : राकेश पांडेय
मामले में पुलिस मेंस एसोसिएशन के महामंत्री राकेश पांडेय ने कहा : पैसा हमारे जख्म को नहीं भर सकता है. सरकार को अगर कुछ करना है तो उग्रवाद नीति में बदलाव करे. हमारे साथियों के हत्यारे को फूल, पैसा, नौकरी और घर देना बंद करे. पुलिस को उग्रवादी संगठन को काबू में लाने के लिए विशेष अधिकार दे. एक शहीद के बदले 100 उग्रवादी चाहिए, तब शहीदों के आत्मा को शांति मिलेगी. वरीय पुलिस अधिकारियों के गलत नीति के कारण कनीय पुलिस हो रहे हैं शहीद. पुलिस के पहुंचने से पहले उग्रवादियों को खबर मिल जाती है.
पहले से ज्यादा आक्रमक होते जा रहे हैं पीएलएफआइ के उग्रवादी
पिछले साल संगठन ने 89 घटनाओं को अंजाम दिया था, जिसमें 41 आम लोगों की हुई थी मौत
सिमडेगा के बानो थाना क्षेत्र की घटना से स्पष्ट है कि पीएलएफआइ के उग्रवादी अब पहले से ज्यादा आक्रामक होते जा रहे हैं. वे पहले से ज्यादा बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
यह स्थिति तब है, जब हाल के दिनों में खूंटी, सिमडेगा और गुमला में पीएलएफआइ के कई उग्रवादी गिरफ्तार किये गये. उग्रवादियों के खिलाफ कई अभियान चलाये गये. फिर भी इन इलाकों में पीएलएफआइ के उग्रवादियों की सक्रियता में कोई कमी नहीं आयी है. गुमला, खूंटी और सिमडेगा इलाके में पिछले कुछ माह के दौरान पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दी है. पिछले साल इस संगठन ने करीब 89 घटनाओं को अंजाम दिया था, जिसमें 41 आम लोगों की मौत हुई थी.
जिन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया
28 मार्च 2017 : खूंटी में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर तोरपा के डेविड सोय नामक छात्र की गोली मार कर हत्या कर दी.
14 फरवरी 2017: नामकुम रिंगरोड से एक किलोमीटर दूर सरवल गांव में सड़क मरम्मती का काम कर ही एक कंपनी के साइट पर फायरिंग की. घटना में पीएलएफआइ के उग्रवादियों के हाथ होने की बात सामने आयी थी.
08 फरवरी 2017 : कर्रा के सिरका गांव में पुलिस और पीएलएफआइ के बीच मुठभेड़, सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया.
18 जनवरी 2017 : कर्रा के बिरदा गांव में नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी के कैंप में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने फायरिंग की और वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
10 जनवरी 2017 : तपकारा ओपी क्षेत्र के कोचा पारकटोली के निकट पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने पारादीप-रायपुर पाइप लाइन प्रोजेक्ट के काम में लगी मशीनों में आग लगा दी.
29 मार्च 2016 : बसिया थाना क्षेत्र के खरवागढ़ पुल में पीएलएफआइ ने पुलिस को उड़ाने के लिए सिलिंडर बम लगाया, बम बरामद
21 मार्च 2016 : बानो के डुमरिया कारीकेल में पीएलएफआइ के उग्रवादी और पुलिस के बीच मुठभेड़, उग्रवादी कई सामान छोड़ कर भागे.
19 मार्च 2016 : बसिया थाना क्षेत्र के कलिग गांव में उग्रवादियों ने वाहनों को रोक, लूटपाट की.
19 मार्च 2016 : जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के बिरसा चौक के समीप ईंट-बालू सप्लायर प्रमोद महतो की गोली मार कर हत्या. हत्या की जिम्मेवारी पीएलएफआइ के उग्रवादी ने ली.
17 मार्च 2016 : गुमला के बसिया स्थित गुड़ाम मसरीबेड़ा में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर फायरिंग की, जिसमें एक मुंशी और तीन मजदूरों की मौत हो गयी.
07 मार्च 2016 : पांकी थाना क्षेत्र के बनई जंगल में पुरानी बथानी के पास पीएलएफआइ व पुलिस में मुठभेड़, एरिया कमांडर की मौत.
03 मार्च 2016 : तमाड़ थाना क्षेत्र के मधुकॉन कैंप में करीब दो बजे रात लेवी के लिए पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने हमला कर वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
28 फरवरी 2016 : सिमडेगा के बांसजोर थाना क्षेत्र के बोगिरा जंगल में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने पुलिस के साथ मुठभेड़ की.
03 फरवरी 2016 : तोरपा थाना क्षेत्र के कंसुटोली बगीचा के पास पुलिस और पीएलएफआइ उग्रवादियों के बीच मुठभेड़, एक उग्रवादी मारा गया.
20 जनवरी 2016 : चक्रधरपुर गोइलकेरा में सड़क निर्माण कार्य में लगी कंस्ट्रक्शन कंपनी के पोकलेन को उग्रवादियों ने जलाया.
04 जनवरी 2016 : बानो महाबुआन जंगल में पीएलएफआइ और पुलिस के बीच मुठभेड़, पीएलएफआइ के दो उग्रवादी मारे गये.
01 फरवरी 2016 : खूंटी थाना क्षेत्र के गाड़ीगांव में पीएलएफआइ और पुलिस के बीच मुठभेड़. पीएलएफआइ के उग्रवादी बच कर भाग निकले.
01 फरवरी 2016 : कामडारा थाना क्षेत्र के रामपुर लोयंकेल गांव में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने घर में घुस कर छात्र अभिनंदन सिंह की हत्या कर दी.
01 फरवरी 2016 : बंदगांव थाना क्षेत्र के सीआरपीएफ कैंप के समीप पीएलएफआइ ने पूर्व मुखिया की गोली मार कर हत्या कर दी.