रांचीः भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि इस बार देश में भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनेगी. भाजपा आज तक लोकसभा चुनाव में 182 सीट से ज्यादा नहीं ला पायी है. इस बार के लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड बनायेगी. इतनी सीटें मिलेंगी, जितनी पहले कभी नहीं मिली. कांग्रेस 100 का आंकड़ा भी नहीं पार कर पायेगी. वह रविवार को प्रदेश भाजपा की ओर से रांची के मैथन मैरेज हॉल में आयोजित ‘कैलाशजी के संग : स्मृति के क्षण ’ स्मारिका के विमोचन पर लोगों को संबोधित कर रहे थे.
कांग्रेस की हालत 1977 जैसी होगी : उन्होंने कहा : इस बार चुनाव में कांग्रेस को इतनी कम सीटें मिलेंगी, जितनी पहले कभी नहीं मिली. मुङो याद है कि 1977 के चुनाव में कांग्रेस का पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में खाता भी नहीं खुला था. इस बार भी यही स्थिति होनेवाली है. कांग्रेस पार्टी ने खुद अपनी दुर्गति बनायी है.
यह सोच कर आश्चर्य हो रहा है कि इतने भ्रष्टाचार करने के बाद भी कांग्रेस सोच रही है कि वह जीत जायेगी. लालकृष्ण आडवाणी ने नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा : इस बार जितनी भी रैलियां हो रही हैं, उतनी बड़ी रैली कभी नहीं हुई. लोग भी जुट रहे हैं. जनता ने तय कर लिया है कि भाजपा को शासन सौंपना है.
सीमांध्र को अलग राज्य बनाने में कांग्रेस ने करा दिया हंगामा
उन्होंने कहा : अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा ने झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड को अलग राज्य बनाया. एक नेता ने तो विरोध में यहां तक कह दिया था कि झारखंड मेरी लाश पर बनेगा. इसके बाद विधानसभा से सहमति लेकर अलग राज्य बनाया गया. कहीं कोई हंगामा नहीं हुआ. लेकिन कांग्रेस ने सीमांध्र को अलग राज्य बनाने में हंगामा खड़ा करवा दिया है. लोग आत्मदाह कर रहे हैं. इन पर पुलिस का अत्याचार हो रहा है. उन्होंने कहा कि देश के 29 राज्यों में से मुङो झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड जाने में ज्यादा आनंद आता है. अब तक इस देश में 14 प्रधानमंत्री बने हैं. इसमें से अटल बिहारी वाजपेयी का कार्यकाल अतुलनीय है. किसी भी प्रधानमंत्री से इनके कार्यकाल की तुलना नहीं की जा सकती है.
समर्पित कार्यकर्ताओं पर खड़ी है पार्टी
लगभग आधे घंटे के भाषण के दौरान श्री आडवाणी ने भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का भी नाम लिया. उन्होंने कहा :मैं बचपन के दिनों से क्रिकेट का शौकीन रहा हूं. धौनी लगातार सेंचुरी बना रहे हैं. लेकिन इस बार के चुनाव में कांग्रेस शून्य का रिकॉर्ड बनायेगी. कई राज्यों में उसका खाता भी नहीं खुलेगा. भाजपा समर्पित कार्यकर्ताओं के बल पर खड़ी है. इसमें कुशाभाई ठाकरे, टी परमेश्वर समेत कई ऐसे नाम हैं, जो परदे के पीछे से पार्टी के लिए काम किया करते थे. जहां तक कैलाशपति का सवाल है, उन्होंने अपने बारे में कभी नहीं सोचा. हमेशा संगठन और कार्यकर्ताओं की चिंता करते थे.