रांची: राज्यभर के 5000 डीड राइटरों ने शुक्रवार से हड़ताल पर जाने की घोषणा की है. झारखंड दस्तावेज नवीस संघ की गुरुवार को हुई बैठक में 31 मार्च तक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया.
संघ ने पेमेंट गेटवे व इ-स्टंपिंग का विरोध किया. निबंधन कार्यालय में प्रदर्शन भी किया. डीड राइटरों के हड़ताल पर जाने से पूरे राज्य में जमीन व फ्लैट की रजिस्ट्री का कार्य ठप हो जायेगा.
बैठक में संघ के महामंत्री पुष्कर कुमार साहू ने कहा कि सरकार ने जिस तरह की व्यवस्था लागू करने का फैसला लिया है, उससे दस्तावेज नवीस के लोग बेरोजगार हो जायेंगे. यदि सरकार 31 तक कोई निर्णय नहीं लेती है, तो संघ आगे की रणनीति तय करेगा. बैठक में दुर्गा राय, बालेश्वर राय, सनत कुमार सिन्हा,अजय कुमार लाल, भृगु राम महतो आदि मौजूद थे. गुरुवार को रांची निबंधन कार्यालय में एक भी रजिस्ट्री नहीं हुई. डोरंडा व कांके में मात्र तीन रजिस्ट्री हुई.
क्या है मांगें
ई-स्टंपिंग में केवल क्रेता या विक्रेता का नाम जो पहले से चला आ रहा है, जो मुद्रांक अधिनियम एवं नियमावली के अनुकूल है. मूल्य कमी होने पर ई-स्टंपिंग में कमी जुड़ने का प्रावधान हो.
ई-स्टंपिंग वापसी का प्रावधान जल्द से जल्द लागू हो.
पेमेंट गेटवे पूर्व की भांति ही भुगतान करने की व्यवस्था की जाये.
नयी तकनीक एवं जनहित की आड़ में दस्तावेज लेखकों को बेरोजगार न किया जाये.