दुमका: पूर्व मुख्यमंत्री और जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी जान को खतरा है. झारखंड के कुछ बड़े नेताओं ने उनकी हत्या की सुपारी दी है. बिना किसी राजनीतिक दल या नेता का नाम लिये श्री मरांडी ने गुरुवार को दुमका में पत्रकार सम्मेलन के दौरान इस बात का खुलासा किया.
उन्होंने बताया कि उन्हें रास्ते से हटाने का प्रयास किया जा रहा है. 10 दिन पहले उन्हें उनकी हत्या को लेकर दी गयी इस सुपारी की जानकारी उन्हें मिली थी. श्री मरांडी ने कहा कि उन्हें राज्य की सरकार या यहां के पदाधिकारियों पर भरोसा नहीं है. यदि कें द्रीय खुफिया विभाग के लोग उनसे बात करेंगे, तो वे सारी जानकारी उपलब्ध करायेंगे कि किस तरह से और किसके द्वारा उनकी हत्या की सुपारी दी गयी है. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसा वह चुनाव में राजनीतिक लाभ के लिए नहीं कह रहे हैं. इसकी जानकारी सरकार को भी है, लेकिन राज्य सरकार उनकी सुरक्षा के मामले को लेकर गंभीर नहीं है.
श्री मरांडी ने कहा कि वह जनता के बीच रहते हैं और जंगल व गांवों में हमेशा घूमते रहते हैं. कभी भय खाया नहीं, मैदान छोड़ा नहीं. उनका तन जनता के लिए और मन परमात्मा के लिए है. 1991 में पहली बार दुमका से चुनाव लड़े थे, तब उनके साथ मारपीट हुई थी, तब उन्होंने मैदान नहीं छोड़ा. 2007 में उग्रवादियों ने चिलखारी में बेटे सहित 19 लोगों की हत्या कर दी थी, उस घटना के बाद भी मैदान नहीं छोड़ा.