पलामू में 10 लाख का इनामी माओवादी किया गया गिरफ्तार
मेदिनीनगर : पलामू के उंटारी थाना क्षेत्र के जोगा गांव से पुलिस ने दस लाख का इनामी भाकपा माओवादी रामसुंदर राम उर्फ आलोक उर्फ मक्खन को पकड़ा है. आलोक की गिरफ्तारी में पलामू और गढ़वा पुलिस का संयुक्त प्रयास रहा. डीआइजी विपुल कुमार शुक्ला ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वारंटी आलोक की लंबे […]
मेदिनीनगर : पलामू के उंटारी थाना क्षेत्र के जोगा गांव से पुलिस ने दस लाख का इनामी भाकपा माओवादी रामसुंदर राम उर्फ आलोक उर्फ मक्खन को पकड़ा है. आलोक की गिरफ्तारी में पलामू और गढ़वा पुलिस का संयुक्त प्रयास रहा. डीआइजी विपुल कुमार शुक्ला ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वारंटी आलोक की लंबे समय से तलाश थी. पुलिस को सूचना मिली की आलोक जोगा स्थित अपने घर पर है.
इसी सूचना के आधार पर छापामारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. माओवादी आलोक झारखंड-बिहार रिजनल कमेटी का सदस्य था. वह कई कांडों में शामिल रहा है. पलामू-गढ़वा के अलावा बिहार के सीमावर्ती इलाकों में उसकी सक्रियता थी. सरकार ने उसके खिलाफ दस लाख का इनाम की घोषणा की है.
पुलिस के समक्ष आलोक ने स्वीकार किया कि 1999 में पहली बार जेल गया था.2003 में जेल से छूटा था. इसके बाद 2005 से फिर से वह माओवादियों के लिए काम करने लगा था.इस दौरान उसने विधानसभा चुनाव के दौरान छतरपुर में बारुदी सुरंग विस्फोट किया था, जिसमें थाना प्रभारी अशोक पासवान सहित कई जवानों की मौत हुई थी.
इसके अलावा वह पलामू व गढ़वा के 20 उग्रवादी कांडों में शामिल रहा है. उसने पुलिस को बताया कि जब कामेश्वर बैठा (पूर्व सांसद) जेल गये तो उसके बाद उसे स्पेशल कमेटी में शामिल किया गया था. इसके पहले वह एरिया व जोनल कमांडर के पद पर भी काम कर चुका है. प्रेस कांफ्रेंस में पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा मौजूद थे.