दी पेंटीकॉस्टल के 10 स्टूडेंट्स ने भरी मलेशिया की उड़ान
10वीं-12वीं की बोर्ड की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर स्कूल प्रबंधन ने दिया तोहफा
वरीय संवाददाता, बोकारो.
जीवन में अभी असली उड़ान बाकी है, हमारे इरादों का अभी इम्तिहान बाकी है, अभी तो नापी है हमने थोड़ी मुठ्ठी भर जमीन, अभी तो नापने के लिए पूरा आसमान बाकी है…के साथ सेक्टर 12 स्थित दी पेंटीकॉस्टल असेंबली स्कूल के 10 स्टूडेंट्स ने चार रात और पांच दिनों के लिए शनिवार को प्रशासनिक अधिकारी डेनियल माइकल प्रसाद, प्राचार्या डॉ करुणा प्रसाद व शिक्षिका शिवानी चौधरी के साथ मलेशिया की उड़ान भरी. मलेशिया ट्रीप से स्टूडेंट्स 22 अगस्त को वापस बोकारो लौटेंगे.उद्देश्य सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक परिदृश्य समझना :
प्राचार्या डॉ करुणा प्रसाद ने बताया : सीबीएसइ दसवीं व बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 95% और इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले स्कूल के विद्यार्थियों को स्कूल प्रबंधन की ओर से एक स्मरणीय तोहफे के रूप में ‘मलेशिया की यात्रा’ करायी जा रही है. रविवार को सभी स्टूडेंट्स मलेशिया पहुंचे. यात्रा का उद्देश्य न केवल मनोरंजन है, बल्कि विभिन्न विदेशी पर्यटकों की सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक परिदृश्य को समझना भी है.परीक्षा में बेहतर करने के लिए प्रत्येक वर्ष यात्रा का तोहफा :
कक्षा दसवीं से अर्पण कुमार, साजिया मुक्करम, स्नेहा शर्मा, हर्षित सिंह, सत्यम चौहान, रिशांत विद्यार्थी, नंदिनी सिंह, जुनैद हसन व कक्षा बारहवीं से प्रीति मुखर्जी व सेजल रॉय मलेशिया यात्रा पर गये हैं. प्रशासनिक अधिकारी डेनियल माइकल प्रसाद ने कहा : यात्रा ज्ञानार्जन का एक सशक्त माध्यम है. अन्य विद्यार्थियों को परीक्षा में बेहतर करने व उनका मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से ये यात्राएं बहुत मायने रखती हैं. इसको ध्यान में रख विद्यालय प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष यात्रा रूपी तोहफा दिया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है