झारखंड : बीएसएल क्वार्टरों में लगाये जायेंगे 10 हजार नये बीएलडीसी पंखें, कम बिजली होगी खपत, जानें कैसे
बिजली की खपत कम करने की दिशा में बोकारो स्टील प्रबंधन ने विशेष पहल की है. बीएसएल के क्वार्टरों में 10,000 नये बीएलडीसी पंखें लगेंगे. यह फैन एक नॉर्मल फैन की तुलना में कम बिजली खपत करते हैं और बिजली के बिल को कम रखते हैं.
बोकारो, सुनील तिवारी : बिजली की खपत कम करने की दिशा में बोकारो स्टील प्रबंधन एक नयी पहल करने जा रहा है. बीएसएल की ओर से विभिन्न सेक्टर के क्वार्टरों में बीएलडीसी पंखे लगाने की पहल की जा रही है. इसके तहत कुल 10,000 नये पंखे सेक्टर के क्वार्टरों में लगाये जायेंगे. इसके लिए प्रबंधन की ओर से ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है. बीएसएल के अधिशासी निदेशक (संकार्य) बीरेंद्र कुमार तिवारी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में इसकी चर्चा की थी. इस खबर से बीएसएल कर्मियों में उत्साह का माहौल है.
क्या है बीएलडीसी पंखा
ब्रशलेस डायरेक्ट-करंट मोटर्स कंवर्ट (बीएलडीसी) एक खास तरह की मोटर का नाम होता है. जिन पंखों में यह मोटर लगा होता है, उन्हें बीएलडीसी फैन कहते हैं. बीएलडीसी फैन में डीसी मोटर लगी होती है, जिसके स्टेटर व रोटर के बीच में कोई ब्रश नहीं होता है. यह फैन एक नॉर्मल फैन की तुलना में कम बिजली खपत करते हैं और बिजली के बिल को कम रखते हैं. सीलिंग फैन के मुकाबले बीएलडीसी फैन थोड़े महंगे होते हैं. लेकिन, वह अच्छी-खासी बिजली की बचत करते हैं.
50 प्रतिशत तक कम बिजली खर्च
बाजार में बिक रहे ज्यादातर पंखे 50 वाट से 75 वाट या इससे अधिक बिजली की खपत करते हैं. जबकि बीएलडीसी फैन 26 से 30 वाट के बीच बिजली खपत करता है. बीएलडीसी फैन नॉर्मल सीलिंग फैन के मुकाबले 50 प्रतिशत तक कम बिजली खर्च करते हैं, जिससे राहत मिलेगी.
888 नये आर्टेरियल स्ट्रीट लाइट व 30 हाइ मास्ट लाइट
इधर, बीएसएल की ओर से टाउनशिप में बेहतर प्रकाश व्यवस्था के लिए 888 नये आर्टेरियल स्ट्रीट लाइट व 30 हाइ मास्ट लाइट लगाये गये हैं. बेहतर लोड बैलेंसिंग व स्टेबल पावर सप्लाई के लिए टाउनशिप में 35 किलोमीटर अंडरग्राउंड एचटी केबल लेयिंग की गयी है. जल्द ही विभिन्न सेक्टरों में 35 सब-स्टेशन भी स्थापित किये जायेंगे. ग्लोबल एक्टिव पार्टनर सिटी के तौर पर टाउनशिप के विभिन्न सेक्टरों में प्ले ग्राउंड विकसित कर खेल-कूद व फिटनेस की मुहिम को जन-भागीदारी द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है.
75 किमी स्ट्रीट रोड व 42 किमी मेन रोड के रिपेयर का काम पूरा
बीएसएल की ओर से नागरिक सुविधाएं को बेहतर बनाने का प्रयास जारी है. इसके अंतर्गत 75 किलोमीटर स्ट्रीट रोड व 42 किलोमीटर मेन रोड के रिपेयर का काम पूरा हो गया है. शेष बचे लगभग 20 किलोमीटर स्ट्रीट रोड व 52 किलोमीटर मेन रोड के रिपेयर का काम भी मानसून के बाद शुरू कर दिया जायेगा. आवासों के नियमित अनुरक्षण के अलावा विभिन्न सेक्टरों में क्रिटिकल रिपेयर के लिए चिह्नित आवासीय ब्लॉक्स का अनुरक्षण भी किया जायेगा.
“स्टील क्लब” के तौर पर विकसित हो रहा सेक्टर-3 सामुदायिक भवन
एक्सटर्नल रिपेयर के तहत विभिन्न सेक्टरों के 451 ब्लॉक का रिपेयर संपन्न हो गया है. सेक्टर 4 ई, 4 एफ व 4 जी में 442 ब्लॉक के रिपेयर का कार्य प्रगति पर है. सेक्टर 6, 9 सी व 9 डी के 519 आवासीय ब्लॉक का रिपेयर भी इस वित्तीय वर्ष में किया जायेगा. नागरिक सुविधाओं में संवर्धन के क्रम में सेक्टर-3 सामुदायिक भवन को स्टील क्लब के तौर पर विकसित किया जा रहा है, जहां बैडमिंटन हॉल व वॉलीबॉल कोर्ट के साथ एक नये स्विमिंग पूल की सुविधा जोड़ी जा रही है. जिसका उपयोग बीएसएल कर्मी कर सकेंगे.
राष्ट्रपति ने युद्धपोत विंध्यागिरि देश को किया समर्पित
दूसरी ओर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कोलकाता में गुरुवार को युद्धपोत विंध्यागिरि को देश को समर्पित किया. इस युद्धपोत के निर्माण में बोकारो स्टील प्लांट का 2000 टन स्पेशल स्टील हॉट रोल्ड क्वाइल लगा है. सेल ने इस स्वदेशी युद्धपोत के निर्माण के लिए 4000 टन स्पेशल स्टील की आपूर्ति की थी, जिसमें 50 फीसदी (2000 टन) स्टील की बीएसएल ने दिया है. बता दें कि विंध्यागिरी भारत के प्रोजेक्ट 17ए का छठा जहाज है. यह नौसेना की ताकत को और मजबूत करेगा. यह खास जंगी जहाज अपने क्लास का तीसरा वार शिप है. इसे कोलकाता की गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड ने तैयार किया है. इसका नाम कर्नाटक की पर्वत श्रृंखला के नाम पर है.