एक से अधिक कार्यो में प्रवीण होना समय की मांग

बोकारो: निरंतर घटती श्रमशक्ति के साथ प्रभावी तरीके से कार्य निष्पादित करने के उद्देश्य से बीएसएल कर्मियों को एक से अधिक कौशल में निपुण बनाने का अभियान चल रहा है. इसके अंतर्गत इस्पातकर्मियों को अपने मूल कौशल के अलावा अन्य कौशलों में प्रशिक्षित किया जाता है. ऐसे प्रशिक्षुओं के एक समूह को प्रशिक्षण पूरा होने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2014 10:03 AM

बोकारो: निरंतर घटती श्रमशक्ति के साथ प्रभावी तरीके से कार्य निष्पादित करने के उद्देश्य से बीएसएल कर्मियों को एक से अधिक कौशल में निपुण बनाने का अभियान चल रहा है. इसके अंतर्गत इस्पातकर्मियों को अपने मूल कौशल के अलावा अन्य कौशलों में प्रशिक्षित किया जाता है.

ऐसे प्रशिक्षुओं के एक समूह को प्रशिक्षण पूरा होने पर प्रमाण पत्र देने के लिए शुक्रवार को अधिशासी निदेशक (संकार्य) सेमिनार हॉल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अधिशासी निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) शितांशु प्रसाद मुख्य अतिथि थे. कार्यक्रम में महाप्रबंधक (मानव संसाधन विकास एवं शिक्षा) बी मुखोपाध्याय सहित अन्य महाप्रबंधकगण, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष व वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे. श्री मुखोपाध्याय ने सभी का स्वागत किया.

बहुकौशल प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला. सहायक महाप्रबंधक (मानव संसाधन विकास) अनुपमा तिवारी ने बहुकौशल प्रशिक्षण की प्रगति का विवरण प्रस्तुत किया. मुख्य अतिथि श्री प्रसाद द्वारा संयंत्र के विभिन्न विभागों से सफलतापूर्वक बहुकौशल प्रशिक्षण पूरा कर चुके 315 कर्मचारियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया.

अपने संबोधन में श्री प्रसाद ने एक से अधिक कार्य में दक्ष होने की महत्ता पर अपने विचार रखे. कहा : एक से अधिक कार्यो में प्रवीण होना समय की मांग है. इससे संगठन भी लाभान्वित होता है. उन्होंने मल्टी-स्किलिंग को उपयोगी बताते हुए प्रशिक्षुओं को संयंत्र की उत्पादकता बढ़ाने में इसका सदुपयोग करने की सलाह दी. संचालन श्रीमती तिवारी ने किया. वरीय प्रबंधक (मानव संसाधन विकास) एस झा ने उद्घोषक की भूमिका निभायी. उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन विकास) ओपी गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

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