कसमार: कनाडा की निशा पाहूजा बना रहीं डॉक्यूमेंट्री फिल्म, डॉक्यूमेंट्री में दिखेगी जेंडर समानता

कसमार: कनाडा की डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता निशा पाहूजा ने कसमार में सोमवार को डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग शुरू की. ग्रामीण महिलाओं व बच्चों की जिंदगी पर यह डॉक्यूमेंट्री बनायी जा रही है. जेंडर समानता को लेकर इस क्षेत्र में आये बदलाव को डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से दिखाया जायेगा. सोमवार को कसमार प्रखंड के तेलमुंगा, गर्री व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2017 10:37 AM
कसमार: कनाडा की डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता निशा पाहूजा ने कसमार में सोमवार को डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग शुरू की. ग्रामीण महिलाओं व बच्चों की जिंदगी पर यह डॉक्यूमेंट्री बनायी जा रही है. जेंडर समानता को लेकर इस क्षेत्र में आये बदलाव को डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से दिखाया जायेगा. सोमवार को कसमार प्रखंड के तेलमुंगा, गर्री व मोचरो गांव में इसकी शूटिंग की गयी. निशा पाहूजा ने अपने चार सहयोगी कैमरामैन को लेकर शूटिंग में जुटी हैं.
स्कूली छात्र के घर व स्कूल से शुरू हुई शूटिंग : तेलमुंगा गांव में स्कूली छात्र आशीष कुमार के घर से शूटिंग की शुरुआत की गयी. घर के परिवेश को शूट करने के बाद उसके विद्यालय (मध्य विद्यालय, कसमार) में लगभग चार घंटे की शूटिंग हुई. शूटिंग देखने के लिए स्कूल में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान फिल्म निर्माता निशा पाहूजा के निर्देशन में इस विद्यालय में प्रार्थना से लेकर क्लासरूम में बच्चों की पढ़ाई- लिखायी से लेकर अन्य तमाम गतिविधियों की शूटिंग की गयी. विद्यालय की प्राचार्या दीपा जायसवाल व सभी शिक्षकों ने काफी सहयोग किया.
ऐसे बनी फिल्म बनाने की पृष्ठभूमि : फिल्म निर्माता निशा पाहूजा ने बताया : बहादुरपुर की संस्था सहयोगिनी व दिल्ली की संस्था सीएचएसजे द्वारा कसमार प्रखंड के 10 चयनित गांव में जेंडर समानता स्थापित करने को लेकर पिछले एक वर्ष से समुदाय स्तर पर कार्य चल रहा है. इस कार्य में समूह सदस्यों के बदलाव पर ही डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माण की पृष्ठभूमि बनी. इसके लिए पिछले कई महीने से गांव व समूह सदस्यों की स्थिति को समझने की कोशिश की गयी. उन्होंने बताया कि अभी कई चरणों में कसमार के अलग-अलग गांव में क्षेत्र में महिलाओं व बच्चों की स्थिति पर इसकी शूटिंग की जायेगी.
कसमार में डॉक्यूमेंट्री बनना गौरव की बात
सहयोगिनी संस्था निदेशक गौतम सागर ने बताया : कसमार के बच्चों व महिलाओं की सामाजिक स्थिति पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्माण क्षेत्र के लोगों व संस्था के लिए गौरव की बात है. कसमार के 10 गांव में सीएचएसजे व सहयोगिनी के द्वारा पिता समूह और किशोर समूह बनाकर जेंडर समानता पर सकारात्मक बदलाव का काम चल रहा है. इसको लेकर प्रसिद्ध डॉक्यूमेंट्री निर्माता निशा पाहूजा ने कसमार का चयन फिल्म निर्माण के लिए किया. शूटिंग की टीम में निशा पाहूजा के साथ उनके सहयोगी अनीता, सोमू व निष्ठा के साथ संस्था के कमलेश, शेखर, प्रवीण के अलावा अन्य लोग भी शामिल थे.

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