राष्ट्रीय इस्पात उपभोक्ता परिषद की बैठक, बोले केंद्रीय मंत्री, नयी नीति से घरेलू इस्पात की खपत में होगी बढ़ोतरी
बोकारो. इस्पात मंत्री ने कहा कि भारतीय इस्पात उद्योग विश्व के तीसरे सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक के रूप में उभरा है. सरकार इस्पात क्षेत्र के महत्व व गतिशील परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 को सामने लायी है. इसके लागू होने के बाद घरेलू इस्पात को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त […]
बोकारो. इस्पात मंत्री ने कहा कि भारतीय इस्पात उद्योग विश्व के तीसरे सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक के रूप में उभरा है. सरकार इस्पात क्षेत्र के महत्व व गतिशील परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 को सामने लायी है. इसके लागू होने के बाद घरेलू इस्पात को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त माहौल बनाने में साथ मिलेगा. इससे इस्पात उद्योग तेजी से वृद्धि होगी.
कहा : राष्ट्रीय इस्पात नीति का कच्चे माल की उपलब्धता, आयात प्रतिस्थापन, इस्पात खपत को बढ़ाने, वैल्यू एडेड स्टील में शोध व अनुसंधान पर जोर, ऊर्जा दक्षता व सतत विकास को बढ़ाने, भारत की किफायती व गुणवत्ता परक इस्पात उत्पादक के रूप में पहचान कायम करने, इस्पात उद्योग का कार्बन फुट प्रिंट कम करने पर मुख्य रूप से जोर होगा.
श्री सिंह ने घरेलू निर्मित लौह व इस्पात को प्राथमिकता देने की इस्पात नीति के बारे में बताया. कहा : इससे घरेलू इस्पात की खपत में बढ़ोतरी होगी. भारतीय इस्पात उद्योग को काफी मदद मिलेगी. बैठक में भारत सरकार की इस्पात सचिव के साथ ही मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.