हालात: नोटबंदी के बाद बैंकों ने बांटे थे सिक्के, बाजार में बढ़ गयी संख्या ‍, 10 के सिक्के बन गये सिरदर्द

बोकारो: नोटबंदी के बाद बाजार में 10 रुपये के सिक्कों का प्रचलन बढ़ गया. ग्राहक व दुकानदार व्यवसाय के लिए सिक्का का प्रयोग करने लगे. धीरे-धीरे दुकानदारों के पास सिक्का जमा होने लगे. इससे निपटने के लिए दुकानदारों ने बैंक का रूख किया. बैंक ने ऐसे ग्राहकों को निश्चित समय से आने का निर्देश दिया, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2017 8:02 AM
बोकारो: नोटबंदी के बाद बाजार में 10 रुपये के सिक्कों का प्रचलन बढ़ गया. ग्राहक व दुकानदार व्यवसाय के लिए सिक्का का प्रयोग करने लगे. धीरे-धीरे दुकानदारों के पास सिक्का जमा होने लगे. इससे निपटने के लिए दुकानदारों ने बैंक का रूख किया. बैंक ने ऐसे ग्राहकों को निश्चित समय से आने का निर्देश दिया, लेकिन, ग्राहक यह मानने के लिए तैयार नहीं होते हैं.
1000 का सिक्का जमा करने में आधा घंटा : बोकारो में किसी भी बैंक के पास सिक्का गिनने का मशीन नहीं है. ऐसे में सिक्का हाथ से गिनना पड़ता है. 1000 रुपये का सिक्का जमा करने में बैंक कर्मी को आधा घंटा से अधिक समय लगता है. औसतन एक ग्राहक पांच-सात हजार का सिक्का लेकर आता है. मतलब, एक ग्राहक के पीछे एक से सवा घंटा का समय लगता है. ऐसे में अन्य ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
दिक्कत कहां है
बैंक अधिकारियों की माने तो सिक्का जमा करने में कोई परेशानी नहीं है. सिक्का रहने से बाजार में खुदरा की समस्या नहीं होगी. ग्राहक सिक्का से पीछा छुड़ाना चाहते हैं, लेकिन कई बार ऐसी स्थिति होती है कि बैंक को सिक्का वितरण कैंप लगाना पड़ता है. परेशानी यह कि हर कोई सिर्फ सिक्का जमा करने आता है, किसी ग्राहक को यदि 500 रुपया मूल्य का सिक्का दिया जाये तो इंकार कर देता है. ऐसे में लेने-देन की स्थिति समान्य नहीं होती. बैंक पर एकतरफा भार पड़ता है. 10 के सिक्का के साथ सबसे बड़ी समस्या है कि 10 का सिक्का रिजर्व बैंक व चेस्ट में वापस जमा नहीं होता. इससे बैंकों की परेशानी बढ़ती है.
बैंक अफसरों की सुनिए
बैंक कभी भी सिक्का लेने से इंकार नहीं करता. सिक्का जमा करने में अधिक समय लगता है. सिक्का गिनने वाली मशीन नहीं होने के कारण समय लगता है. कई ग्राहक समय की कमी के कारण भी शाखा नहीं आते. बाजार में सिक्का बने रहना भी जरूरी है, ताकि खुदरा की कमी नहीं हो.
बैराग्य कन्हर, चीफ मैनेजर- पंजाब नेशनल बैंक, बोकारो सर्किल ऑफिस
आमतौर पर सिक्का जमा करने से बैंक इंकार नहीं करता. लेकिन, विशेष परिस्थति में ग्राहकों से निवेदन किया जाता है. ऐसा अन्य ग्राहकों की परेशानी को देखते हुए किया जाता है. आरबीआइ के गाइडलाइंस का पालन किया जाता है. 10 का सिक्का का अन रिवर्सल प्रोसेस होना परेशानी का कारण है.
बिजेंद्र राय, मुख्य प्रबंधक, मेन ब्रांच-इलाहाबाद बैंक- नया मोड़

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