अफसाना ने अपने खेल की शुरुआत एक कराटे खिलाड़ी के रूप में की. परंतु वर्ष 2012 में सेक्टर-9 स्थित पुस्तकालय मैदान में कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग झारखंड सरकार व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ग्रीष्मकालीन कबड्डी प्रशिक्षण शिविर में पहली बार भाग लिया. शिविर में उनका झुकाव कबड्डी की तरफ हुआ.
उसके बाद अफसाना ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा व सफलताओं की सीढ़ी चढ़ने लगी. वर्ष 2016 में बोकारो में आयोजित सीनियर नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप में अपनी शानदार प्रदर्शन की बदौलत झारखंड को स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. वर्ष 2016 में बोकारो के उपायुक्त राय मिहमापत रे ने अफसाना को प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया. अफसाना परवीन अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी मनोज शर्मा को देती हैं. अफसाना की इस प्रदर्शन को देखते हुए लगता है कि आने वाले दिनों में वह जल्द ही भारतीय टीम में अपना स्थान सुरिक्षत करने में सफल रहेंगी.