चालू वित्तीय वर्ष में बीएसएल मुनाफा में आयेगा : सीइओ

बोकारो: बोकारो स्टील प्लांट के सीइओ पीके सिंह ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2017-18 की प्रथम तिमाही में रिकाॅर्ड उत्पादन हुआ है. इससे बीएसएल का घाटा कम हुआ है. अधिकारी व कर्मी उत्साहित हैं. चालू वित्तीय वर्ष में बीएसएल न सिर्फ घाटा से उबरेगा, बल्कि मुनाफा भी कमायेगा. इसके लिए प्लांट की उपलब्धता, वॉल्यूम बढ़ाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2017 10:24 AM
बोकारो: बोकारो स्टील प्लांट के सीइओ पीके सिंह ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2017-18 की प्रथम तिमाही में रिकाॅर्ड उत्पादन हुआ है. इससे बीएसएल का घाटा कम हुआ है. अधिकारी व कर्मी उत्साहित हैं. चालू वित्तीय वर्ष में बीएसएल न सिर्फ घाटा से उबरेगा, बल्कि मुनाफा भी कमायेगा. इसके लिए प्लांट की उपलब्धता, वॉल्यूम बढ़ाने व सीआरएम-3 से वैल्यू एडेड स्टील का उत्पादन पर विशेष जोर दिया जा रहा है. कोयला की कीमत की घट रही है. बीएसएल टीम में क्षमता की कमी नहीं है. बीएसएल अपने पुराने गौरव को फिर प्राप्त करेगा. टीम बीएसएल इसके लिए तैयार है. श्री सिंह मंगलवार को बोकारो निवास में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
घाटा के कारण बताये : श्री सिंह ने कहा कि गत 15 वर्ष की तुलना में इस वर्ष बीएसएल सहित सेल का अच्छा प्रदर्शन रहा है. बावजूद इसके बीएसएल सहित सेल घाटा में रहा. सेल स्तर पर 30 फीसदी घाटा को कम किया गया. बीएसएल के घाटे का मुख्य कारण तेनु नहर क्षतिग्रस्त होने से पानी के अभाव में बीएसएल में 22 दिन उत्पादन नहीं हुआ. कोयला की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि भी एक कारण है. बीएसएल में 80 फीसदी कोयला बाहर से आता है. इसके अलावा मंदी भी एक प्रमुख कारण रहा. बीएसएल सहित सेल स्तर पर आधुनिकीकरण का काम समय पर पूरा नहीं हो पाया है. इन कारणों से बीएसएल व सेल घाटा से उबर नहीं पाया.
कर्मियों को मिलेंगी सुविधाएं
सीइओ ने कहा कि कर्मियों को हर हाल में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. सेक्टर के क्वार्टर, सड़क की मरम्मति का काम होगा. बिजली की नियमित विद्युत आपूर्ति की जायेगी. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है. पर्वतपुर कोल ब्लॉक के कोयला में ऐश ज्यादा है, इसके कारण बीएसएल में उसका उपयोग नहीं हो सकता है.
पाइप लाइन से पौंड में आयेगा पानी
श्री सिंह ने कहा कि बीएसएल पूरी तरह तेनू नहर पर निर्भर नहीं रहना चाहता है. वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पाइप लाइन से पानी लाने की योजना बन रही है. एक माह के अंदर इसके लिए टेंटर की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. उम्मीद है कि अगस्त 2018 में पाइप से पौंड में पानी आना शुरू हो जायेगा.

Next Article

Exit mobile version