बाेकारो के प्रमुख बैंकों के 95 % लॉकर खाली नहीं

बोकारो: हमारे यहां लॉकर की सुविधा उपलब्ध है. यह पंक्ति लगभग हर बैंक की दीवार पर देखी जा सकती है. लेकिन, क्या सच में सभी बैंक में लॉकर की फैसिलिटी लोगों को मिल पायेगी? क्या आज के आज लॉकर के लिए आवेदन देने पर ग्राहकों को लॉकर की सुविधा मिल पायेगी? इन्हीं सवालों का जवाब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2017 10:12 AM
बोकारो: हमारे यहां लॉकर की सुविधा उपलब्ध है. यह पंक्ति लगभग हर बैंक की दीवार पर देखी जा सकती है. लेकिन, क्या सच में सभी बैंक में लॉकर की फैसिलिटी लोगों को मिल पायेगी? क्या आज के आज लॉकर के लिए आवेदन देने पर ग्राहकों को लॉकर की सुविधा मिल पायेगी? इन्हीं सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश की प्रभात खबर ने. शहर के प्रमुख बैंक में लॉकर की संख्या व उपलब्ध लॉकरों के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की.
बोकारो शहर के लगभग सभी बैंक का लॉकर 95 प्रतिशत तक भरा है. किसी-किसी बैंक में लॉकर सेफ जोन मतलब ऑनली फॉर स्पेशल कस्टमर तक की श्रेणी में पहुंच गया है. हालांकि कई ऐसे भी बैंक हैं, जहां 20 से 45 तक लॉकर खाली है. लेकिन, बैंक का नियम सामान्य ग्राहकों की इंट्री पर पाबंदी लगा देता है. ऊपर से जीएसटी का भार ग्राहकों को लॉकर के बारे में पूछने से मना कर देता है. सामान्यत: छोटा, मध्यम व बड़ा तीन श्रेणी का लॉकर होता है. इसके लिए बैंक 1250 से 6000 रुपया वसूलते हैं.
बैंक नहीं लेता सुरक्षा की गारंटी : बैंक लॉकर ग्राहकों की कीमती सामानों की सुरक्षा की गारंटी नहीं लेता. बैंक किसी सामान की क्षति की गारंटी नहीं लेता है. आरबीआइ की गाइडलाइन के मुताबिक किसी लॉकर में चोरी होने या बाढ़ अथवा आग से सामान क्षतिग्रस्त होने पर बैंक की जिम्मेदारी नहीं बनती. ऐसा इसलिए क्योंकि बैंक को भी पता नहीं होता है कि ग्राहक ने लॉकर में क्या रखा है. इसलिए कंपनसेशन
नहीं मिलता.
ऐसे खुलता है लॉकर
लॉकर के लिए संबंधित बैंक में अकाउंट होना जरूरी होता है. आवेदन करने के लिए दो फोटा, एक स्टांप पेपर व बैंक में एफडी होना जरूरी है. एफडी की राशि से मिलने वाला ब्याज का इस्तेमाल बैंक किराया की तरह करते हैं. लॉकर आमतौर पर तीन साइज के होते हैं- स्मॉल, मीडियम व लार्ज. लॉकर खुलने के बाद एक चाभी बैंक स्वयं के पास रखता है, तो दूसरा चाबी ग्राहक के पास. दोनों चाबी के बिना लॉकर खोलना असंभव है.
आरबीआइ गाइडलाइंस के अनुसार ग्राहकों को लॉकर की सुविधा दी जाती है. लॉकर की खाली संख्या में समय-समय पर बदलाव होता रहता है. हर लॉकर के लिए अलग-अलग दर लिया जाता है.
विजेंद्र राय, मुख्य प्रबंधक- इलाहाबाद बैंक- नया मोड़
लॉकर उपलब्ध रहने पर हर किसी को लॉकर दिया जाता है. तीन आकार का लॉकर उपलब्ध है. वर्तमान में खाली लॉकर की संख्या कम है. लॉकर देने के पहले आरबीआइ गाइड लाइंस को ध्यान में रखा जाता है.
दीपक कुमार गुप्ता, एजीएम, पंजाब नेशनल बैंक-04
बैंक लॉकर की संख्या उपलब्ध लॉकर
भारतीय स्टेट बैंक-04 1503 43
इलाहाबाद बैंक- नया मोड़ 255 19
पंजाब नेशनल बैंक-04 675 16
बैंक ऑफ इंडिया-04 700 40
बैंक ऑफ बड़ौदा-04 310 14
यूको बैंक-04 600 00

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