जर्जर पांडेय पुल पर आवाजाही बंद, आक्रोश
चास. तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण चीराचास स्थित पांडेय पुल जर्जर हो गया है. खतरनाक स्थिति को देखते हुये पुल से आवाजाही रोक दी गयी है. इसको ले सोमवार को राष्ट्रीय विकास समिति के अध्यक्ष परिंदा सिंह के नेतृत्व में समिति के कार्यकर्ताओं ने पांडेय पुल के पास प्रदर्शन किया. प्रदर्शन […]
प्रदर्शन के बाद समिति ने एक प्रेस कांफ्रेंस किया, जिसमें कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताते हुये जल्द नये पुल को खोलने की बात कही. श्रीमती सिंह ने कहा कि यह सरकार केवल घोषणाओं की सरकार है. सरकार पुल-पुलिया व सड़क निर्माण का जाल बिछाने का दावा कर रही है, वहीं बोकारो जैसे औद्योगिक व शैक्षणिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध जगह पर ही पुल-पुलिया का घोर अभाव है.
उन्होंने पांडेय पुल के संबंध में कहा कि जब यह पुल आवागमन के लिये अति खतरनाक हो गया है, तब जाकर आवागमन बंद कर दिया गया. लेकिन समस्या का निवारण नहीं किया गया. जनता को वैकल्पिक व्यवस्था मुहैया करवायी गयी है, उससे ना केवल समय व ईंधन की बर्बादी हो रही है. तीन करोड़ की लागत से बनाया जा रहा नया पुल संपर्क पथ के अभाव में बेकार पड़ा है
. श्रीमती सिंह ने कहा कि अधिकारियों से संपर्क करने पर बहुत जल्द समस्या का समाधान किया जायेगा का आश्वासन दिया जा रहा है. यदि जल्द ही क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत शुरू नहीं हुई या नव निर्मित पुल को जल्द शुरू नहीं किया गया तो राष्ट्रीय विकास समिति व चीराचास की जनता उग्र आंदोलन करने को विवश होगी. वार्ता के दौरान अंबुज मंडल, संजय यादव, जीतू ठाकुर, राजू साहनी, मनोज कुमार, कृति चौधरी, संजय कुमार, राजू सिंह, शक्ति मंडल, भरत मांझी, अजय महतो, दिनेश महतो, बलराम रजक, अजय मुंडा, पंकज साव, प्रो आरडी उपाध्याय, देबु पाल, नीरज सिंह, गुरुदास मोदक, आमोद कुमार, अरुण चटर्जी, शशिभूषण सिंह आदि मौजूद थे.