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चास रजिस्ट्री कार्यालय: डीड राइटरों की हड़ताल से राजस्व का नुकसान
चास: दस्तावेज नवीस संघ एक अगस्त से प्री रजिस्ट्रेशन के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. इस कारण चास रजिस्ट्री आॅफिस में रजिस्ट्री कार्य बाधित है. सरकार को करीब तीन करोड़ 50 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. गौरतलब हो कि राज्य सरकार की ओर से दस्तावेज पंजीयन का कार्य एक अगस्त से प्री […]
चास: दस्तावेज नवीस संघ एक अगस्त से प्री रजिस्ट्रेशन के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. इस कारण चास रजिस्ट्री आॅफिस में रजिस्ट्री कार्य बाधित है. सरकार को करीब तीन करोड़ 50 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. गौरतलब हो कि राज्य सरकार की ओर से दस्तावेज पंजीयन का कार्य एक अगस्त से प्री रजिस्ट्रेशन के माध्यम से शुरू किया गया है. इसके बाद से ही दस्तावेज नवीस संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है.
ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन शुरू करने की मांग : दस्तावेज नवीस संघ चास-बोकारो की बैठक रविवार को अध्यक्ष सीताराम शर्मा के आवासीय कार्यालय में हुई. इसमें फैसला लिया गया कि प्री रजिस्ट्रेशन के अलावा सरकार को ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन हर हाल में शुरू करना होगा. मांग नहीं मानी माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा. बैठक में शामिल लोगों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. मौके पर संघ अध्यक्ष सीताराम शर्मा, सचिव दिलीप राय, सतीश कुमार दुबे, महावीर महतो, काली दुबे, श्रवण राय, मनपूरण महतो, गंगाधर महतो, अमिताभ मित्र आदि मौजूद थे.
रजिस्ट्री विभाग ने बनाया हेल्प डेस्क : चास रजिस्ट्री ने ऑफिस प्री रजिस्ट्रेशन को लेकर आम जनता की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क स्थापित किया है. हेल्प डेस्क के माध्यम से हर समस्या का समाधान होगा. पूर्वाह्न 10 से लेकर शाम चार बजे तक हेल्प डेस्क काम करेगा. अवर निबंधक संतोष कुमार रजक ने बताया कि नयी व्यवस्था में क्रेता-विक्रेता स्वयं अपना पासवर्ड क्रिएट कर सकेंगे और प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री करवा सकेंगे.
कैसे करायें प्री रजिस्ट्रेशन : प्री रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आपको निबंधन विभाग की वेबसाइट ‘regd.jharkhand.gov.in’ पर जाकर पासवर्ड क्रिएट करना होगा. इसके बाद डाटा इंट्री करनी होगी. दस्तावेज स्कैन कर अपलोड करना होगा. प्री रजिस्ट्रेशन होने के बाद इसका प्रिंट और डॉक्यूमेंट की हार्ड कॉपी लेकर निबंधन कार्यालय में इंट्री करानी होगी. प्री रजिस्ट्रेशन के सत्यापन के साथ आपकी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री हो जायेगी. लोग जिस दिन प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराना चाहते हैं, उसके लिए अलग से कॉलम दिया गया है. रजिस्ट्री की तिथि प्री रजिस्ट्रेशन के 60 दिनों के अंदर की होनी चाहिये. प्री रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसकी कॉपी प्राप्त करें. उस कॉपी के साथ डीड लेकर रजिस्ट्री विभाग पहुंचे. यहां आवश्यक कागजी प्रक्रिया व डीड के सत्यापन के बाद जमीन-मकान की रजिस्ट्री हो जायेगी. वहीं दूसरी ओर प्री रजिस्ट्रेशन होने के बाद चार दिनों के अंदर दस्तावेज की जांच करने का प्रावधान है. प्री रजिस्ट्रेशन में ऑनलाइन पेमेंट का भी प्रावधान है. प्री रजिस्ट्रेशन की सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद टोकन-चालान का ऑप्शन आयेगा. उस पर क्लिक करने के बाद टोकन निकलेगा, जिससे आप बैंक में पैसा जमा कर सकते हैं. इसकी एक प्रति डॉक्यूमेंट के साथ रजिस्ट्री ऑफिस में जमा करना होगा.
एक अगस्त से प्री रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है. क्रेता व विक्रेता को हो रही परेशानी को देखते हुए कार्यालय में हेल्प डेस्क खोला गया है. उपभोक्ता स्वयं भी अपनी प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में जो पासवर्ड क्रिएट होगा, उसी के आधार पर प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री होगी. इस व्यवस्था का सभी को समर्थन करना चाहिए. दस्तावेज नवीस संघ भी आंदोलन छोड़ सरकारी काम काज में सहयोग करना चाहिए.
संतोष कुमार रजक, अवर निबंधक, बोकारो
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