आसमान को छूने की आशा

बोकारो: सुबह 10 बजे दुकान आ जाना. सामानों की पैकिंग करना. होम डिलेवरी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामानों को लगाना इनका काम है. रात 10 बजे तक इन्हें काम से फुरसत नहीं मिलती है. थके हारे सोने के बाद ठीक तीन बजे इनकी नींद खुल जाती है. तीन बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक इन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:42 PM

बोकारो: सुबह 10 बजे दुकान आ जाना. सामानों की पैकिंग करना. होम डिलेवरी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामानों को लगाना इनका काम है. रात 10 बजे तक इन्हें काम से फुरसत नहीं मिलती है. थके हारे सोने के बाद ठीक तीन बजे इनकी नींद खुल जाती है. तीन बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक इन्हें अब दूसरा काम नहीं है. सिर्फ पढ़ाई करना होता है.

इसमें सेल्फ स्टडी व ट्यूशन शामिल है. और इसी मेहनत और लगन से इन्होंने झारखंड 12वीं बोर्ड की परीक्षा में बाजी मारी है. जय कुमार, अमित कुमार, बजरंग व नवीन कुमार चारों सिटी सेंटर सेक्टर-4 स्थित साइबर टेक (सोनी वर्ल्ड) में काम करते हैं. सबका अलग-अलग काम है.

मंगलवार का दिन इनके लिए खास रहा. कारण, झारखंड 12वीं बोर्ड का रिजल्ट आया. चारों ने साइबर टेक में काम करते हुए इस बार झारखंड 12वीं बोर्ड की परीक्षा दी थी. चारों पास कर गये हैं. आगे क्या करना है? इस पर बोलते हैं : आगे की पढ़ाई करनी है. पढ-लिखकर घर-परिवार का नाम रोशन करना है.

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