महिला कॉलेज में गंदगी और अव्यवस्था से भड़की नैक टीम
बोकारो: … क्या आप अपने घर को इसी तरह गंदा रखते हैं ? बच्चे इसी तरह गंदगी में पानी पीते हैं ? आरओ तो आपने लगाया ही नहीं है, जिसे देखो हमलोगों को पढ़ाने में लगा हुआ है. हमलोगों को भी समझ में आता है, ऐसे ही नहीं निरीक्षण करने आ गये हैं. कोई कहता […]
बोकारो: … क्या आप अपने घर को इसी तरह गंदा रखते हैं ? बच्चे इसी तरह गंदगी में पानी पीते हैं ? आरओ तो आपने लगाया ही नहीं है, जिसे देखो हमलोगों को पढ़ाने में लगा हुआ है. हमलोगों को भी समझ में आता है, ऐसे ही नहीं निरीक्षण करने आ गये हैं. कोई कहता है आरओ खराब है तो कोई कहता है सफाई के दौरान खोल कर रख दिया गया है.
सफाई के दौरान आरओ खोल कर रख दिया जाता है. पानी यूं ही चलता रहता है. सवालों की झड़ी के साथ यह खीझ बोकारो महिला कॉलेज सेक्टर तीन में निरीक्षण के दौरे पर आयी नैक टीम के प्रमुख जादवपुर विश्वविद्यालय के उप कुलपति डॉ आशीष स्वरूप वर्मा की है. डॉ वर्मा मंगलवार को दौरा के दूसरे दिन कॉलेज के निरीक्षण के दौरान व्याख्याताओं से नाराजगी व्यक्त कर रहे थे.
देशों की संख्या नहीं बता सकीं छात्राएं : प्रश्न : बच्चो, बताओ पूरी दुनिया में कितने देश हैं. जवाब : … सन्नाटा, एक व्याख्याता ने जवाब दिया कि सेमेस्टर दो की छात्राएं हैं. नैक टीम ने कहा : तो क्या बच्चे जवाब नहीं दे पायेंगे. इसके बाद एक व्याख्याता ने धीरे से बच्चों को बताया कि 137 देश है. नैक टीम भूगोल विभाग के निरीक्षण के दौरान भी नाराज दिखी. नैक पीयर टीम की को-ऑर्डिनेटर डॉ सविता जोशी ने विभागाध्यक्ष से उपस्थिति पंजिका की मांग की. कोशिश रही कि नैक टीम पंजिका नहीं देखे, परंतु डॉ जोशी ने जिद कर उपस्थिति पंजिका देख ली. टीम ने कई तरह के कटाक्ष भी किये.
इसके बाद नैक टीम मनोविज्ञान, इतिहास विभाग का निरीक्षण किया. ब्रेस्ट फीडिंग कक्ष में पहुंचते ही टीम में शामिल डॉ जोशी व नैक पीयर टीम की सदस्य डॉ सिंथिया मिंज ने पूछा ब्रेस्ट फीडिंग कैसे करायी जाती है. यहां तो पूरा सामान ही नहीं है. इस सवाल में साथ चल रहे कॉलेज के व्याख्याता कोई जवाब नहीं दे पाये. नाराज टीम निरीक्षण करते होम साइंस के कक्ष में पहुंच गयी. छात्राओं से कई तरह के सवाल-जवाब किये.